66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा विमान क्रैश, आतंकी हमले की आशंका

काहिरा : पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा इजिप्टएयर का एक विमान यूनान के क्रीट द्वीप से कुछ दूर भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मिस्र ने कहा कि ऐसी संभावना है कि यह हादसा तकनीकी गडबडी से कहीं ज्यादा आतंकवादी हमले की वजह से प्रतीत होता है. यूनान के एक सैन्य अधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2016 9:51 AM

काहिरा : पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा इजिप्टएयर का एक विमान यूनान के क्रीट द्वीप से कुछ दूर भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मिस्र ने कहा कि ऐसी संभावना है कि यह हादसा तकनीकी गडबडी से कहीं ज्यादा आतंकवादी हमले की वजह से प्रतीत होता है. यूनान के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि मिस्र के एक खोजी विमान ने क्रीट के दक्षिण पूर्व में नारंगी रंग के दो चीजों का पता लगाया है जिनके बारे में माना जाता है कि वे इजिप्टएयर उडान से संबद्ध हैं.

यूनान के सरकारी टीवी ईआरटी ने पहले खबर दी थी कि क्रीट से करीब 425 किलोमीटर मलबे का पता चला है जो एयरबस ए 320 की अंतिम ज्ञात अवस्थिति से करीब 100 नौटिकल मील दूर है.

मिस्र के नागर विमानन मंत्री शेरीफ फाथी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इजिप्टएयर उडान के लापता होने की वजह तकनीकी विफलता के बजाय आतंकी हमला कहीं ज्यादा सटीक जान पडती है.

जब उनसे पूछा गया कि क्या तकनीकी वजह इस हादसे की वजह है फाथी ने कहा, ‘उल्टे, यदि आप स्थिति का गहन विश्लेषण करेंगे तो (आप पाएंगे कि) भिन्न कार्रवाई या आतंकी हमले की संभावना तकनीकी विफलता की संभावना से कहीं ज्यादा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम आतंकवादी हमले या तकनीकी गडबडी की संभावना से इनकार नहीं करते हैं.’

विमान में तीन बच्चों समेत 56 यात्री, चालक दल के सात सदस्य और तीन सुरक्षाकर्मी सवार थे. उस पर मिस्र के 30 नागरिकों के अलावा 15 फ्रांसीसी मुसाफिर, दो इराकी और ब्रिटेन, बेल्जियम, कुवैत, सउदी अरब, सूडान, चाड, पुर्तगाल, अलजीरिया और कनाडा के एक-एक मुसाफिर सवार थे. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने पहले इस बात की पुष्टि की थी कि इजिप्टएयर एयरबस ए 320 दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

उन्होंने टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में कहा, ‘हमें यह अवश्य सुनिश्चित करना चाहिए कि क्या हुआ, हम उसके सभी कारणों को जान पाएं. किसी भी परिकल्पना से इनकार नहीं किया जा सकता या उसका पक्ष नहीं लिया जा सकता.’ ओलांद ने कहा, ‘चाहे यह हादसा है या कोई अन्य परिकल्पना जो सभी के दिमाग में है- आतंकवादी परिकल्पा…….. इस समय हमें दुखी परिवारों के साथ एकजुटता तथा इस त्रासदी के कारणों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.’

वैसे इस हादसे के कारणों के बारे में किसी भी बात की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन फ्रांस और मिस्र पर पिछले साल आईएसआईएस के हमले हुए. पेरिस के अभियोजक कार्यालय ने कहा कि उसके दुर्घटना विभाग ने इस घटना की जांच शुरु कर दी है. यूनान के रक्षा मंत्री पानोस कम्मेनोस ने कहा कि मिस्र की वायुसीमा में विमान ने 22,000 फुट पर गोता खाया और अचानक उसकी दिशा बदल गयी एवं वह रेडार से लापता हो गया.

कम्मेनोस ने कहा, ‘विमान बायीं ओर बिल्कुल 90 डिग्री पर (यानी लंबवत) मुडा और फिर वह दायी ओर 360 डिग्री पर मुडा. उसके बाद 37,000 फुट की उंचाई से 15,000 फुट की उंचाई पर आ गया एवं 10,000 फुट की उंचाई पर सिग्नल बंद हो गया.’ हालांकि यूनान के विमानन अधिकारियों पे पहले कहा था कि विमान यातायात नियंत्रकों ने कुछ मिनट पहले ही पायलट से बात की थी और सबकुछ सामान्य जान पडा था.

मिस्र और यूनान, दोनों ने विमान एवं नौसैनिक जहाज खोज मिशन पर भेजे हैं. फ्रांसीसी टीम के भी उनके साथ जुडने की संभावना है. मिस्र की वायुसीमा में प्रवेश करने के तुरंत बाद इजिप्टएयर का विमान भूमध्यसागरीय बंदरगाह शहर अलेक्जेंड्रिया के उत्तर में मिस्र के समुद्री तट से करीब 280 किलोमीटर दूर रडार से लापता हो गया.
विमानन के अधिकारियों ने बाद में बताया कि विमान हादसाग्रस्त हो गया और मलबे की तलाश अब चल रही है. उन्होंने कहा, ‘इस आशंका की पुष्टि हो गयी है कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.’ विमान में सवार लोगों के रिश्तेदार खबरों के इंतजार में काहिरा और पेरिस हवाई अडडों पर इकट्ठा हो गए.
फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां मार्क आर्यल्ट ने पेरिस चार्ल्स डि गाल में संकट केंद्र में उनके कुछ रिश्तेदारों से भेंट की और कहा कि उनके लिए यह बडा संवेदनात्मक क्षण है. ह उडान पेरिस से कल रात स्थानीय समयानुसार 11 बजकर नौ मिनट पर रवाना हुई और उसे आज दिन में मिस्र की राजधानी में स्थानीय समयानुसार सवा तीन बजे के बाद पहुंचना था.
स्थानीय मीडिया ने इजिप्टएयर के एक बयान के हवाले से कहा है कि मिस्र की सेना के बचाव एवं खोजी विभाग को प्रात: लगभग चार बजकर 26 मिनट पर संकट में फंसे होने की सूचना मिली थी, उससे दो घंटे पहले उडान लापता हो गयी थी. वैसे मिस्र की सेना ने इस बात से इनकार किया है कि ऐसा कोई संदेश मिला है.
मिस्र के प्रधानमंत्री शेरीफ इस्माइल ने कहा कि फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि तकनीकी समस्या या फिर आतंकवादी हमले से यह हादसा हुआ. उन्होंने काहिरा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘हम किसी चीज से इनकार नहीं कर सकते.’

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