ईरान की टिप्पणियां वाशिंगटन के लिए नया सिरदर्द

वॉशिंगटन : ईरान के शीर्ष नेताओं के इस कथन से वाशिंगटन के लिए नया सिरदर्द पैदा हो गया है कि अंतरिम परमाणु समझौते की शर्तों की अमेरिका गलत व्याख्या कर रहा है.एक ओर जहां अमेरिका इस समझौते के समर्थन के लिए प्रयासरत है वहीं ईरान की इन टिप्पणियों ने उसके लिए नई परेशानी खड़ी कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2014 1:37 PM

वॉशिंगटन : ईरान के शीर्ष नेताओं के इस कथन से वाशिंगटन के लिए नया सिरदर्द पैदा हो गया है कि अंतरिम परमाणु समझौते की शर्तों की अमेरिका गलत व्याख्या कर रहा है.एक ओर जहां अमेरिका इस समझौते के समर्थन के लिए प्रयासरत है वहीं ईरान की इन टिप्पणियों ने उसके लिए नई परेशानी खड़ी कर दी है.

राष्ट्रपति हसन रुहानी और विदेश मंत्री जावेद जरीफ की टिप्पणियों से व्हाइट हाउस इन आरोपों में घिर गया है कि उसने अंतरिम समझौते में दी गई रियायतों को तवज्जो नहीं दी और ईरान की प्रतिबद्धताओं को बढ़ा चढ़ा कर बताया.

जरीफ ने सीएनएन के साथ साक्षात्कार में कहा ‘‘व्हाइट हाउस यह बताने की कोशिश कर रहा है कि यह एक तरह से ईरान के परमाणु कार्यक्रम की समाप्ति है.’’उन्होंने इस बात से इंकार किया कि तेहरान ने ऐसा कोई वादा किया था.

बुधवार को प्रसारित इस साक्षात्कार में जरीफ ने कहा ‘‘अगर आपको पूरे मूलपाठ में एक शब्द भी ऐसा मिले जो ‘खत्म कर देने’ से मिलता जुलता हो या इसकी व्याख्या करता हो तो मैं अपनी टिप्पणी वापस ले लूंगा.’’सीएनएन को दिए एक अन्य साक्षात्कार में राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा कि अंतिम परमाणु समझौते की शर्तों का ईरान के लिए वाशिंगटन से अलग मतलब है और वाशिंगटन की अपेक्षा है कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम के अहम भागों को बंद कर दे.

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