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सही निकले दाऊद के छह पाकिस्तानी पते !

भारत ने संरा समिति को सौंपे थे कुल नौ पते संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र की समिति ने पाया है कि भारत ने पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जो नौ पते बताये थे, उनमें से छह सही निकले हैं. यही वजह है कि संरा ने इन पतों को संशोधित नहीं किया गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2016 6:46 AM
भारत ने संरा समिति को सौंपे थे कुल नौ पते
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र की समिति ने पाया है कि भारत ने पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जो नौ पते बताये थे, उनमें से छह सही निकले हैं. यही वजह है कि संरा ने इन पतों को संशोधित नहीं किया गया है. वैसे तीन पते गलत हैं, जिसे सूची से हटा दिया गया है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अलकायदा प्रतिबंध समिति की ओर से सूची में से जो पते हटाये गये हैं, उनमें से एक पता संरा में इसलामाबाद की दूत मलीहा लोधी के आवास का है. मालूम हो कि भारत ने एक डोजियर में इन नौ पतों का उल्लेख करते हुए कहा था कि दाऊद इन स्थानों पर अक्सर आता है. वैसे इसलामाबाद लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में रहता है. सुरक्षा परिषद की आइएसआइएल व अलकायदा प्रतिबंध समिति ने दाऊद से जुड़ी इस जानकारी में सोमवार को संशोधन किया था.
साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल विस्फोटों के मास्टरमाइंड से जुड़े इस पते को समिति ने रेखांकित किया और काट दिया. इस संशोधन के बारे में पूछे जाने पर भारत के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि सूचीबद्ध जानकारी में दाऊद का एक पता गलत था.
पाक की ओर से दी गयी है सुरक्षा
डोजियर में कहा गया था कि दाऊद को पाकिस्तान में अपने ठिकाने और पते तेजी से बदलने के लिए जाना जाता है. उसने पाकिस्तान में अकूत संपत्ति जुटायी है. वह पाकिस्तानी एजेंसियों की सुरक्षा में आता-जाता है. संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकी घोषित किये गये दाऊद की संपत्ति कुर्क है, उसकी यात्राओं पर प्रतिबंध है.
पाकिस्तान ने जारी किये हैं पासपोर्ट
डोजियर में उसके विभिन्न पासपोर्टों की जानकारी भी दर्ज है. इनमें वे पासपोर्ट भी हैं, जो पाकिस्तान में जारी किये गये हैं. उसे 18 अगस्त, 1985 को एक पासपोर्ट दुबई में जारी किया गया. दूसरा पासपोर्ट रावलपिंडी में 12 अगस्त, 1991 में जारी किया गया. इसमें इन दो पासपोर्टों के ‘गलत इस्तेमाल’ का जिक्र किया गया. जुलाई 1996 में कराची में और जुलाई 2001 में रावलपिंडी में भी पासपोर्ट जारी किया गया.
भारत में इसलिए वांछित है दाऊद
दाऊद साल 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में भारत में वांछित है. इन हमलों में 257 लोग मारे गये थे और लगभग एक हजार लोग घायल हुए थे. वह अन्य आतंकी हमलों का भी मास्टर माइंड बताया जाता है. उस पर धनशोधन व रंगदारी का भी आरोप है.
कई नाम : शेख या बड़ा सेठ या बड़ा भाई
दाऊद को तीन नवंबर, 2003 में सूचीबद्ध किया गया था. उससे जुड़ी जानकारी को मार्च और जुलाई 2006 में, जुलाई 2007 में और मार्च 2010 में संशोधित किया गया. संशोधन के दौरान दाऊद के जन्मस्थान के रूप में दर्ज ‘बंबई’ को काट कर ‘महाराष्ट्र के रत्नागिरी स्थित खेर’ किया गया.
इसमें उसके दूसरे नामों के रूप में शेख फारुकी, बड़ा सेठ, बड़ा भाई, इकबाद भाई, मुच्छड़ और हाजी साहब दर्ज हैं. समिति ने जो एक और संशोधन किया है, वह उसके परिवार से संबंद्ध हैं. परिवार से जुड़ी, जो सूचना सूची में रेखांकित की गयी है, वह है- पिता का नाम शेख इब्राहिम अली कासकर है, मां का नाम अमीना बी, पत्नी का नाम महजबीं शेख .
दो साल पहले हुआ था तैयार
पाकिस्तान में दाउद के आवासों की जानकारी दो साल पहले बनाये गये उस डोजियर में है, जिसे पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज और उनके भारतीय समकक्ष अजित डोभाल के बीच वार्ता के दौरान सौंपा जाना था. यह वार्ता बाद में रद्द हो गयी थी. इस डोजियर में एक पता उस मकान का था, जो दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी के कराची स्थित घर के पास था.

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