लापता विमान: हादसे पर रहस्य कायम आतंकी पहलू की जांच

कुआलालम्पुर, बीजिंग: मलेशियाई एयरलाइंस के रहस्मय स्थिति में लापता हुए विमान के मामले में आज यह बात सामने आने के बाद आतंकवाद के पहलू से जांच शुरु कर कर दी गयी कि दो यात्री चोरी के पासपोर्ट के साथ विमान में सवार हुए थे. दूसरी ओर इस विमान का पता लगाने के लिए बहुराष्ट्रीय अभियान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2014 11:03 PM

कुआलालम्पुर, बीजिंग: मलेशियाई एयरलाइंस के रहस्मय स्थिति में लापता हुए विमान के मामले में आज यह बात सामने आने के बाद आतंकवाद के पहलू से जांच शुरु कर कर दी गयी कि दो यात्री चोरी के पासपोर्ट के साथ विमान में सवार हुए थे. दूसरी ओर इस विमान का पता लगाने के लिए बहुराष्ट्रीय अभियान आज दूसरे दिन भी जारी रहा लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी.

शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि संभव है कि मलेशियाई एयरलाइंस का बोइंग 777-200 विमान कल कुआलालंपुर से बीजिंग जाते हुए शायद वापस हुआ. विमान में पांच भारतीय और भारतीय मूल के एक कनाडाई नागरिक समेत 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे. शुक्रवार की आधी रात में कुआलालम्पुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के एक घंटे बाद लापता हुए विमान का पता लगाने के लिए छह देशों के विमानों और पोतों ने खोजबीन अभियान आज फिर से शुरु किया.

दो यात्रियों के चोरी के पासपोर्ट का इस्तेमाल किए जाने का पता चलने के बाद से साजिश के पहलू की भी आशंका बढ़ गई है.यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवाद के पहलू की जांच हो रही है मलेशिया एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अहमद जाैहरी यह्या ने कुआलालम्पुर में कहा, ‘‘हम किसी भी पहलू को खारिज नहीं कर रहे हैं.’’ वहीं एक इतालवी और एक आस्ट्रियाई के खोये पासपोर्ट का इस्तेमाल करके विमान में दो व्यक्तियों के सवार होने के बारे में मलेशिया के रक्षा मंत्री और कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा कि प्रशासन विमान के पूरे मामले की जांच करेगा.

उन्होंने विमान के अपहरण की संभावना से इनकार नहीं किया. हुसैन ने विस्तृत जानकारी दिये बिना कहा, ‘‘मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हमारे पास इन दो व्यक्तियों के सीसीटीवी फुटेज हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों, गुप्तचर एजेंसियां हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान अब विमान का पता लगाने पर है.’’ मंत्री ने कहा कि एफबीआई ने अपने अधिकारी मलेशिया भेज दिये हैं.

Next Article

Exit mobile version