Afghanistan Crisis : अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) पर आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद यहां की सड़कों पर आतंकी खुलेआम घूमते नजर आने लगे हैं. टीवी रिपोर्ट के अनुसार काबुल की सुरक्षा का जिम्मा तालिबान ने हक्कानी नेटवर्क के हाथ में सौंपने का काम किया है. कई वीडियो सोशल मीडिया पर हैं जिसमें काबुल की सड़क पर आतंकी हथियार लहराते दिख रहे हैं और लोगों को धमका रहे हैं.
इस बीच खबर आ रही है कि अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी खलील हक्कानी (Khalil Haqqani) काबुल की सड़कों पर खुलेआम घूम रहा है. इस आतंकी के सिर पर 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 37 करोड़ 15 लाख 8 हजार 500 रुपये का इनाम घोषित है. रिपोर्ट के अनुसार शनिवार सुबह मोस्ट वांटेड आतंकी हक्कानी ने काबुल की पुल-ए-खिश्ती मस्जिद में करीब 100 लोगों को तालिबान के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाने का काम किया. मस्जिद में इमाम की तकरीर के बाद आतंकी खलील हक्कानी ने कहा कि अफगानिस्तान की सुरक्षा करना हमारा पहला काम है.
खलील हक्कानी ने क्या किया वादा : न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक खबर प्रकाशित की है जिसके अनुसार, मोस्ट वांटेड आतंकी खलील हक्कानी ने कहा कि बिना सुरक्षा के जिंदगी नहीं होगी. हम सुरक्षा देंने का काम करेंगे. अफगानिस्तान की जनता को व्यापार और शिक्षा देंगे. महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव नजर नहीं आएगा. जैसे ही मस्जिद में खलील हक्कानी का भाषण खत्म हुआ…वहां मौजूद लोगों ने तालिबान और हक्कानी के समर्थन में नारे लगाए. यहां चर्चा कर दें कि खलील हक्कानी का संबंध हक्कानी नेटवर्क से है.
जानें कौन है आतंकी खलील हक्कानी : हक्कानी नेटवर्क की स्थापना साल 1970 में जलालुद्दीन हक्कानी ने करने का काम किया था. बताया जाता है कि 2001 में तारा बोरा से भागने में ओसामा बिन लादेन सफल रहा था. इसमें लादेन की मदद हक्कानी नेटवर्क ने ही की थी. उल्लेखनीय है कि खलील हक्कानी, हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का भाई है. आतंकी संगठन के लिए फंड इकट्ठा करना उसकी जिम्मेदारी होती है. खलील हक्कानी और तालिबान के डिप्टी लीडर सिराजुद्दीन हक्कानी रिश्तेदार हैं. दोनों में चाचा-भतीज भी है.
यदि आपको याद हो तो खलील हक्कानी को अमेरिका और यूएन आतंकी घोषित कर चुके हैं. बताया जाता है कि हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान से अपने आतंकी कामों को अंजाम देता है.
Posted By : Amitabh Kumar