अफगानिस्तान: पंजशीर फोर्स का दावा, सैकड़ों तालिबानी लड़ाकों को कब्जे में लिया गया
Afghanistan News: पंजशीर में तालिबान और विरोधी गुटों के बीच भीषण लड़ाई जारी है. तालिबान के लड़ाके अमेरिकी हथियारों के साथ पंजशीर पर कहर बरपा रहे हैं. वहीं, कतर के अलजजीरा की रिपोर्ट में रजिस्टेंस फोर्स के हवाले से बताया गया है कि पंजशीर में विरोधी गुटों ने सैकड़ों तालिबान सैनिकों को पकड़ लिया है.
Afghanistan Panjshir Forces अफगानिस्तान के पंजशीर में तालिबान और विरोधी गुटों के बीच भीषण लड़ाई जारी है. तालिबान के लड़ाके अमेरिकी हथियारों के साथ पंजशीर पर कहर बरपा रहे हैं. वहीं, कतर के अल जजीरा की रिपोर्ट में रविवार को रजिस्टेंस फोर्स के हवाले से बताया गया है कि पंजशीर में विरोधी गुटों ने सैकड़ों तालिबान सैनिकों को पकड़ लिया है.
अफगानिस्तान के नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट (NRF) स्थानीय नेता अहमद मसूद के प्रति वफादार बलों का समूह है. एनआरएफ ने रविवार को कहा कि ख्वाक दर्रे में हमारे लड़ाकों ने हजारों तालिबानियों को घेर लिया है और रेवाक क्षेत्र में कब्जे में लिए गए वाहनों को छोड़ दिया गया है. राजधानी काबुल में स्थित अल जजीरा के चार्ल्स स्ट्रैटफोर्ड (Al Jazeera Charles Stratford) ने जमीनी सूत्रों के हवाले से बताया कि रविवार को सैकड़ों तालिबान लड़ाकों को बंदी बना लिया गया था. स्ट्रैटफोर्ड ने कहा, सूत्र बता रहे हैं कि एनआरएफ करीब 1,500 तालिबानी लड़ाकों को अपने कब्जे में लेने का दावा कर रहा है. जाहिर है, इन लड़ाकों को घेर लिया गया था.
वहीं, रजिस्टेंस फोर्स के प्रवक्ता फहीम दशती ने ट्वीट किया, पंजशीर के विभिन्न जिलों में सुबह से अब तक करीब 600 तालिबान का सफाया हो चुका है. 1,000 से अधिक तालिबान को पकड़ लिया गया है या उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है. प्रवक्ता ने आगे कहा कि तालिबान को अन्य अफगान प्रांतों से आपूर्ति नहीं मिल पा रही है. दूसरी ओर तालिबान का कहना है कि उसने पंजशीर प्रांत के सात में से चार जिलों पर कब्जा जमा लिया है.
अल जजीरा के मुताबिक, तालिबान के एक नेता का कहना है कि हमारी लड़ाई जारी थी और लड़ाके गवर्नर हाउस की ओर से बढ़ रहे थे, लेकिन रास्ते में बारूदी सुरंगों के कारण लड़ाई धीमी पड़ गई. वहीं, तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी का कहना है कि हमने खिंच व उनाबहा जिले पर अपना कब्जा जमा लिया है, इसके बाद पंजशीर प्रांत के सात में से चार जिले हमारे कब्जे में आ चुके हैं. उसने आगे कहा कि हमारे लड़ाके अब पंजशीर की ओर बढ़ रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि पंजशीर में तालिबान के लड़ाके अमेरिकी हथियारों के साथ कहर बरपा रहे हैं. दावा यह भी किया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना के एसएसजी कमांडों तालिबान के साथ मिलकर पंजशीर में जंग लड़ रहे हैं. इस बीच पंजशीर के शेर अहमद मसूद के दोस्तों ने भी मुसीबत के समय उनका साथ छोड़ दिया है. पहले ऐसी खबरें आई थी कि ये दोस्त मसूद के मोर्चे का समर्थन करने के लिए एक गठबंधन का ऐलान करने वाले थे.
बता दें कि तालिबान के कट्टर विरोधी अता मोहम्मद नूर, सलाहुद्दीन रब्बानी, मार्शल अब्दुल रशीद दोस्तम और मोहम्मद मोहकिक साथ मिलकर अहमद मसूद के समर्थन में एक गठबंधन बनाने वाले थे. हालांकि, अब खबर आ रही है कि तुर्की और ईरान सरकार के विरोध के कारण इन नेताओं ने फिलहाल गठबंधन बनाने से किनारा कर लिया है. इन दोनों देशों का तालिबान के साथ नजदीकी संबंध हैं. ऐसे में ये देश अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अफगानिस्तान के इन वॉरलॉर्ड्स को रोक रहे हैं. उधर, अहमद मसूद और पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ऐलान किया है कि वे तालिबान के आगे घुटने नहीं टेकेंगे. इन नेताओं ने साफ कहा है कि तालिबान के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.
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