अफगानिस्तान पर अब तालिबान का कब्जा है और एक सप्ताह से भी कम समय में तालिबान ने वहां के अधिकतर प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है, जिससे वहां के नागरिक खौफ में हैं. ऐेसे में राष्ट्रपति गनी के देश छोड़ने के फैसले की निंदा भी खूब हो रही है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को चार कारों और नकदी से भरे हेलीकॉप्टर के साथ राजधानी काबुल को छोड़ दिया. वहीं रूसी समाचार एजेंसी आरआईए और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गनी को कुछ पैसे छोड़ने पड़े क्योंकि वे गाड़ियों में फिट नहीं हुए.
रूसी दूतावास की प्रवक्ता निकिता ने कहा कि चार कारें पैसे से भरी हुई थीं, इसके अतिरिक्त जो पैसे थे उन्हें हेलीकॉप्टर में भरने की कोशिश की, लेकिन वे हेलीकाॅप्टर में नहीं आ पाये, जिसकी वजह से गनी को वे पैसे छोड़ने पड़े .
गनी का वर्तमान ठिकाना अज्ञात है. रिपोर्टों का दावा है कि ताजिकिस्तान द्वारा उसे ले जाने वाले विमान को उतरने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद वह ओमान में हैं. रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि गनी संयुक्त राज्य अमेरिका जा रहे हैं.
पिछले 20 वर्षों में अफगानिस्तान में तालिबान की ताकत कम करने के लिए अमेरिका ने खरबों डॉलर खर्च किये, लेकिन अंतत: उसका प्रयास सफल नहीं हो पाया और अमेरिकी सैनिकों के वापस लौटने के एक सप्ताह के अंदर ही तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया.
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अफगानिस्तान एक ऐसा देश है जो मध्य और दक्षिण एशिया के बीच स्थित है – तेल और प्राकृतिक गैस से यह समृद्ध क्षेत्र है. यही वजह है कि चीन जैसे देश उसपर नजरें गड़ाए हुए हैं. चीन की सरकार का बयान भी आ गया है कि वे तालिबान के साथ दोस्ताना संबंध चाहते हैं.
Posted By : Rajneesh Anand