राष्ट्रपति अशरफ गनी दे सकते हैं इस्तीफा! कंधार पर भी तालिबान का कब्जा
Afghanistan War Taliban अफगान के ज्यादातर हिस्सों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है. इस बीच मीडिया में ऐसी खबरों आई कि अफगान के राष्ट्रपति अशरफ गनी राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे सकते हैं. हालांकि, अब अफगान सरकार ने तालिबान के खिलाफ डट कर मुकाबला करने का मूड बना लिया है.
Afghanistan War Taliban अफगान के ज्यादातर हिस्सों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है. इस बीच मीडिया में ऐसी खबरों आई कि अफगान के राष्ट्रपति अशरफ गनी राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे सकते हैं. हालांकि, अब अफगान सरकार ने तालिबान के खिलाफ डट कर मुकाबला करने का मूड बना लिया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने ऐलान किया है कि वे तालिबान के खिलाफ आखिरी सांस तक जंग लड़ेंगे.
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स दावा किया गया था कि तालिबान की मांग के आगे झुकते हुए अशरफ गनी राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे सकते हैं. हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि हमने तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति गनी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर एक अहम बैठक की. जिसमें तालिबान से मजबूती से लड़ने का फैसला लिया गया. बता दें कि तालिबान ने प्रमुखता से यही मांग की है कि अगर राष्ट्रपति गनी अपने पद से इस्तीफा दे देते हैं तो वह हमले की कार्रवाई को रोक देगा.
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर बताया कि राष्ट्रपति भवन में एक सुरक्षा बैठक में तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी रखने और राष्ट्रीय प्रतिरोध का पूरा समर्थन करने का फैसला किया गया. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति गनी ने फैसला किया है कि रक्षा और सुरक्षा बलों के साथ-साथ राष्ट्रीय प्रतिरोध बलों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. वहीं, हेरात में तालिबान की दहशत के चलते लोगों ने या तो खुद को घरों में बंद कर लिया है या फिर छोड़कर ही निकल रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में एक सरकारी अधिकारी ने हवाले से बताया जा रहा है कि तालिबान से हुए संघर्ष में सेना को पीछे हटना पड़ा है. कंधार शहर पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है और अब खतरा है कि काबुल स्थित राष्ट्रीय सरकार गिर सकती है.
उल्लेखनीय है कि तालिबान ने बीते आठ दिनों में अफगानिस्तान की 34 में से 18 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है. तालिबान का अगला निशाना अब राजधानी काबुल है. तालिबान के आतंकी काबुल को चारों तरफ से घेरे बैठे हुए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की पूर्ण वापसी की घोषणा किए जाने के बाद से युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में हर रोज हालात खराब होते जा रहे हैं.
वहीं, तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों को अपने कब्जे में लेने के बीच व्हाइट हाउस ने कहा कि यह अफगान नेतृत्व को तय करना है कि क्या उनके पास जवाबी कार्रवाई की राजनीतिक इच्छाशक्ति है या नहीं. इधर, अफगानिस्तान में बचे भारतीयों के लिए भारत सरकार ने गुरुवार को एक और एडवाइजरी जारी की है. जिसमें सभी भारतीयों को सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है.
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