एजेंसियां: कोपेनहैगनइस्राइल के बाद अब नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने एंटीबॉडी बनाने का दावा किया है. नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एंटीबॉडी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकती है. इसका नाम 47डी11 है. यह एंटीबॉडी कोरोना के स्पाइक प्रोटीन को जकड़ कर ब्लॉक कर देती है. कोरोना शरीर में संक्रमण फैलाने के लिए इसी स्पाइक प्रोटीन से कोशिकाओं को जकड़ता है.
कोशिकाओं को संक्रमित करने के बाद वायरस इसमें अपनी संख्या को बढ़ाना शुरू करता है और धीरे-धीरे हालत नाजुक होती जाती है. एंटीबॉडी की खोज करने वाली नीदरलैंड्स यूट्रेच्ड यूनिवर्सिटी ने चूहों पर किये प्रयोग में 47डी11 एंटीबॉडी की खोज की है. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह नयी खोज कोरोना मरीजों के इलाज में विशेष रूप से मददगार साबित होगी.
शोधकर्ताओं ने लैब में अलग-अलग कोरोना के स्पाइक प्रोटीन को चूहे की कोशिकाओं में इंजेक्ट किया. प्रयोग में लाये गये कोरोना में सार्स कोव-2] सार्स और मर्स के वायरस भी शामिल थे. शोधकर्ताओं ने कोरोना को हराने वाली चूहे की 51 एंटीबॉडीज अलग की. इनमें से सिर्फ 47डी11 नाम की एंटीबॉडी ऐसी थी, जो संक्रमण को रोकने में सफल थी.