लंदन : ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के उद्देश्य से सोमवार को पूदे देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की. यह लॉकडाउन बुधवार से लागू हो जायेंगे. साथ ही बुधवार से सभी स्कूल भी बंद हो जायेंगे. प्रधानमंत्री की यह घोषणा स्कॉटलैंड की ओर से हुई घोषणा के बाद आया है. साथ ही उन्होंने लोगों से घरों में रहने की अपील की.
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— Boris Johnson (@BorisJohnson) January 4, 2021
टेलीविजन पर संबोधन में जॉनसन ने कहा कि आनेवाला सप्ताह अभी तक सबसे कठिन होगा. मुझे विश्वास है कि हम संघर्ष के अंतिम चरण में प्रवेश कर रहे हैं. उन्होंने इंग्लैंड में फरवरी मध्य तक लॉकडाउन लगाने के संकेत देते हुए कहा कि यदि मृत्युदर में कमी आती है और वैक्सीन प्रभावी हो जाता है, तो फरवरी 2021 के बाद स्कूल फिर खुलेंगे. हालांकि, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के बच्चे एकमात्र अपवाद होंगे. विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि छात्रों को सूचित करें कि फरवरी मध्य तक स्कूल परिसर ना आएं.
प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने सलाह दी है कि देश को अलर्ट स्तर-5 पर जाना चाहिए. अर्थात, कार्रवाई नहीं किये जाने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा की क्षमता 21 दिनों के अंदर खत्म हो सकती है. देशव्यापी लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी गैर-जरूरी दुकानें और निजी देखभाल सेवाएं बंद रहेंगी. प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के साथ-साथ कॉलेज भी शारीरिक कक्षाओं के लिए बंद रहेंगे. हालांकि, मंगलवार से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑनलाइन चलेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जरूरी कार्य के लिए लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं. जरूरी सामान लाने, कार्यालय जाने, एक्सरसाइज, मेडिकल सहायता और घरेलू हिंसा से बचने के लिए बाहर निकल सकते हैं. हालांकि, उन्होंने वर्क फ्रॉम होम पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में वैक्सीनेशन का सबसे बड़ा कार्यक्रम शुरू हो चुका है. वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लायी जा रही है. मालूम हो कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन का वैक्सीनेशन शुरू किया गया है.
गौरतलब हो कि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस से लोग संक्रमित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित करीब 27,000 लोग अस्पताल में भर्ती थे. पिछले मंगलवार को ही 24 घंटे में 80 हजार से अधिक लोग संक्रमित पाये गये थे. ब्रिटेन में पिछले सप्ताह की तुलना में देशभर के अस्पतालों में कोरोना वायरस के इलाज के लिए आनेवाले मरीजों की संख्या में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन ने दुनिया भर में खतरे की घंटी बजायी थी. भारत सहित कई देशों में नये स्ट्रेन के मामलों का पता चला है. ब्रिटेन में 82 वर्षीय ब्रायन पिंकर ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेनेवाले पहले व्यक्ति बन गये हैं.