राष्ट्रपति पुतिन के इरादों से टेंशन में अमेरिका और ब्रिटेन, क्या रूस-ईरान में हुआ सीक्रेट परमाणु डील? 

Russia Iran Secret Nuclear Deal: यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खतरनाक इरादों पर अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने चिंता जताई है. दावा है कि रूस और ईरान के बीच सीक्रेट डील हुई है.

By Aman Kumar Pandey | September 15, 2024 1:49 PM
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Russia Iran Secret Nuclear Deal: रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण संघर्ष और युद्धविराम के प्रयासों के बीच, अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने व्लादिमीर पुतिन के खतरनाक इरादों पर गंभीर चिंता जताई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस और ईरान के बीच एक गुप्त समझौता हुआ है, जिसके तहत रूस, ईरान को परमाणु शक्ति संपन्न देश बनाने के लिए संवेदनशील जानकारी और तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है, जबकि बदले में ईरान रूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उपयोग के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें दे रहा है. कुछ दिन पहले, यूक्रेन ने पश्चिमी सहयोगियों से कम दूरी की मिसाइलों की मदद मांगी थी, क्योंकि रूस को ईरान से फतह-360 समेत कई बैलिस्टिक मिसाइलें मिल रही हैं.

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मामले से वाकिफ अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हाल के महीनों में क्रेमलिन ने ईरान के साथ परमाणु हथियारों को लेकर अपना सहयोग बढ़ाया है. इस सप्ताह वाशिंगटन में अमेरिकी और ब्रिटिश अधिकारियों ने इस मुद्दे पर चर्चा की. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस डील को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है.

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व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा कि बाइडेन प्रशासन ईरान की परमाणु गतिविधियों को लेकर बेहद चिंतित है. प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि बाइडेन ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका, ईरान की किसी भी परमाणु उन्नति को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस बीच, रूस के विदेश मंत्रालय और वियना स्थित ईरानी दूतावास ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

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इससे पहले, अमेरिका और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों ने रूस और ईरान के बीच हो रही इस नई डील को लेकर चिंता व्यक्त की थी. यूक्रेन ने भी आरोप लगाया था कि ईरान रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें सप्लाई कर रहा है, हालांकि युद्ध के दौरान रूस द्वारा इन मिसाइलों का इस्तेमाल होने की पुष्टि नहीं हो सकी थी. हालांकि, रूस पहले ही यूक्रेन पर ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल कर चुका है.

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अमेरिकी विदेश विभाग ने शनिवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने लंदन में हुई बातचीत के दौरान सहमति जताई कि “ईरान का परमाणु कार्यक्रम पहले कभी इतना उन्नत नहीं था.” उधर, ईरान ने यह दावा किया है कि वह परमाणु हथियार बनाने पर विचार नहीं कर रहा है, हालांकि उसने यह भी संकेत दिया कि इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के जवाब में वह इस पर कदम उठा सकता है.

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