अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की पूर्ण वापसी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश को संबोधित किया. अपने संबोधित में जो बाइडेन ने कहा कि, अफगानिस्तान में अमेरिका का मिशन सफल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि, हमने अफगानिस्तान में 20 साल तक शांति बनाए रखा. जो बाइडेन ने यह भी कहा कि, अमेरिका ने जो काम किया है वो और कोई नहीं कर सकता. बाइडेन ने दावा किया कि, हमने वहां से सवा लाख से ज्यादा लोगों को वहां से निकाला.
गौरतलब है कि, अमेरिका के अपने तय समय से पहले ही अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से वापसी कर ली है. बता दें, तालिबान ने 31 अगस्त का वक्त दिया था, लेकिन अमेरिका ने तय समय से पहले 30 अगस्त को ही पूरी सेना बुला ली. इस मौके पर बाइडेन ने कहा कि, हमने अफगानिस्तान में 20 साल तक शांति बनाए रखी. उन्होंने कहा कि, जो लोग निकलना चाहते थे, उनको तालिबान की मौजूदगी में वहां से निकाला.
बता दें, आतंकवाद के सफाये के लिए अफगानिस्तान में घुसे अमेरिकी सैनिक ने 19 साल 8 महीने बाद आधी रात को स्वदेश लौट गये. करीब 20 वर्षों तक चली इस जंग में अमेरिका को न केवल नाकामी का मुंह देखना पड़ा है, बल्कि 2,461 सैनिकों और दो हजार अरब डॉलर भी गंवाने पड़े. अलकायदा के 9/11 हमले के ठीक आठ दिन बाद ओसामा बिन लादेन के खात्मे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के अधिकारियों ने 19 सितंबर, 2001 को पहली बार अफगानिस्तान में कदम रखा था.
सबसे लंबे युद्ध की कीमत हजारों लोगों की गयी जान
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अमेरिकी सैनिक2,461
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अमेरिकी सुरक्षा ठेकेदार3,846
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अफगान राष्ट्रीय सेना व पुलिस66,000
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नाटो सहित अन्य देशों के सैनिक1,144
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अफगान नागरिक47,245
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तालिबान व अन्य विपक्षी लड़ाके51,191
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पत्रकार 72
अमेरिका के 20 वर्ष रहने के बाद अफगानिस्तान में बदलाव
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50 फीसदी गिरी शिशु मृत्यु दर
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37 फीसदी लड़कियां हुईं साक्षर
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98 फीसदी गांवों में बिजली
इधर अमेरिका के अचानक सेना वापसी के फैसले की वर्ल्ड मीडिया ने निंदा की है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि, अमेरिका की सबसे लंबी जंग का बिना किसी जश्न के हुआ अंत. सीएनएन ने कहा है कि, अफगान युद्ध समाप्त हो गया पर बाइडेन की विरासत की जंग शुरू हुई. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा है, विश्व के सामने भविष्य की अनिश्चितता और सुरक्षा का खतरा.
Posted by: Pritish Sahay