ढाका : बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में 10 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति ठप हो गई क्योंकि बुधवार को भीषण चक्रवात अम्फान के आने से बिजली के तार टूट गए, खंभे गिर गए और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए.चक्रवात से एक व्यक्ति की मौत भी हुई है.चक्रवात ‘अम्फान’ करीब दो दशक में क्षेत्र में आने वाला सबसे भीषण चक्रवात है.इस चक्रवात ने बुधवार शाम में दस्तक दे दी.अधिकारियों ने चक्रवात के देश के तटीय क्षेत्र के निकट पहुंचने से पहले, कुछ जिलों के लिए अलर्ट का स्तर ‘‘अधिक खतरे” पर रखा था.इसे 2007 में देश में आए चक्रवात ‘सिद्र’ के बाद सबसे अधिक प्रचंड चक्रवात माना जा रहा है.
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‘सिद्र’ से देश में 3,500 लोगों की मौत हुई थी.बीडीन्यूज24डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘ग्रामीण बिजली बोर्ड के कम से कम 17 संघों के 10 लाख से अधिक उपभोक्तओं की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।” इसके अलावा वेस्ट जोन पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के लगभग 40 हजार उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है.
चक्रवात पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच अपराह्न ढाई बजे टकराया.इससे क्षेत्र में कमजोर इमारतें ढह गई, पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए.समाचार पोर्टल ने मौसम विज्ञानी अब्दुल मन्नान के हवाले से कहा कि चक्रवात अम्फान बुधवार को शाम करीब पांच बजे बांग्लादेश तट पर से गुजरना शुरू हुआ.इस दौरान 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं जिनकी गति उसके केंद्र में 200 किलोमीटर प्रतिघंटे थी.इससे पहले दिन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को कहा कि देश में भीषण चक्रवात अम्फान आने के मद्देनजर 20 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और इस प्राकृतिक आपदा से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए सेना को तैनात किया गया है.
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हसीना ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद (एनडीएमसी) की बैठक में कहा,‘‘ हमारी तैयारी (चक्रवात अम्फान से निपटने की) है.हम वह हरसंभव कदम उठा रहे हैं जो हमें जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए उठाने चाहिए।” एनडीएमसी का गठन महाचक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए किया गया है.‘डेली स्टार’ समाचार पत्र ने अपनी खबर में प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, ‘‘चक्रवात पूर्व तैयारियों के तहत अभी तक 20 लाख लोगों को चक्रवात आश्रय केन्द्रों में पहुंचाया गया है.” बीडीन्यूज24डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की सेना, नौसेना और वायुसेना ने चक्रवात से निपटने की तैयारी कर ली है.
चक्रवात बांग्लादेश के तट से 400 किमी के भीतर आ गया है और बुधवार शाम तक इसके असर दिखाने की आशंका है.बांग्लादेश रेड क्रीसेंट सोसाइटी (बीडीआरसी) का एक स्वयंसेवक बुधवार को तब डूब गया जब दक्षिण-पश्चिम पतुआखाली में ग्रामीणों को निकालने के दौरान नौका पलट गई.यह अम्फान से होने वाली पहली मौत है.बीडीआरसी के चक्रवात तैयारी कार्यक्रम से संबद्ध नुरुल इस्लाम खान ने पीटीआई को बताया, ‘‘वह चार अन्य के साथ नौका पर था तभी अम्फान के प्रभाव में अचानक आयी एक आंधी ने नौका को पलट दिया.तीन अन्य इसमें किसी तरह से बच गए।” अधिकारियों ने बताया कि इस बीच पतुआखाली में ज्वार तटबंध तोड़कर करीब 740 मकानों को बहा ले गया.
अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों द्वारा अम्फान की तीव्रता के बारे में बताकर लोगों समझाने बुझाने के बाद वे पिछले कुछ घंटों में जोखिम वाले क्षेत्र में स्थित अपने मकान छोड़ने के लिए तैयार हुए.आपदा प्रबंधन मंत्री इनामुर रहमान ने दोपहर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अभी तक 23,90,307 लोग करीब पांच लाख मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गए हैं.लोगों की अधिक संख्या को देखते हुए हमने चक्रवात आश्रय स्थलों की संख्या 19 दक्षिणी तटीय जिलों में 12,078 से बढ़ाकर 14,336 कर दी है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि नौसेना ने आपात राहत, बचाव और चिकित्सा अभियान चलाने के त्रिस्तरीय प्रयासों के तहत 25 नौकाओं को तैनात किया है.
इंटर सर्विसेस पब्लिक रिलेशंस डायरेक्टोरेट (आईएसपीआर) ने कहा कि दो समुद्री गश्त विमान और दो हेलीकाप्टरों को भी बंगाल की खाड़ी तथा तटीय जिलों में खोज अभियानों के लिए तैयार रखा गया है.आईएसपीआर ने कहा कि सेना ने राहत सामग्री के 18,400 पैकेट तैयार किये हैं और 71 मेडिकल टीमें गठित की हैं.साथ ही विशेष उपकरणों के साथ 145 आपदा प्रबंधन टीमें भी तैनाती के लिए तैयार हैं.
इसने कहा कि वायुसेना छह परिवहन विमानों और 22 हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके चिकित्सा, राहत और बचाव प्रयासों के साथ संभावित नुकसान का आकलन करेगी.बांग्लादेश मौसम कार्यालय ने इससे पहले दिन में दक्षिण-पश्चिम मोंगला और पायरा बंदरगाहों के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के लिए आज अपना सर्वोच्च “ग्रेट डेंजर सिग्नल” जारी किया, जो पहले जारी “डेंजर सिग्नल” की जगह जारी किया गया.