भारतीय सेना में थे दादाजी, पोती अनमोल नारंग ने अमेरिका में रचा इतिहास

anmol narang, anmol narang age, anmol narang image :भारतीय मूल की सिख अनमोल नारंग अमेरिकी सैन्य इतिहास में पताका फहराई है. नारंग अमेरिका के इतिहास में पहली सिख महिला है, जो वहां की सैन्य अकादमी से अपनी डिग्री हासिल करेगी. बताया जा रहा है कि आज अनमोल को सैन्य अकादमी द्वारा डिग्री प्रदान की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2020 11:19 AM

वाशिंगटन : भारतीय मूल की सिख अनमोल नारंग अमेरिकी सैन्य इतिहास में पताका फहराई है. नारंग अमेरिका के इतिहास में पहली सिख महिला है, जो वहां की सैन्य अकादमी से अपनी डिग्री हासिल करेगी. बताया जा रहा है कि आज अनमोल को सैन्य अकादमी द्वारा डिग्री प्रदान की जायेगी.

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय मूल की अनमोल नारंग की परवरिश अमेरिका के जॉर्जिया प्रांत में हुई है. अनमोल ने अमेरिकी सैन्य एकेडमी से डिग्री हासिल कर इतिहास रचेगी. अनमोल ने बताया कि वे एयरफोर्स क्षेत्र में जाना चाहती हैं. वहीं अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने बताया कि नारंग ओकलाहोमा में बेसिक ऑफिसर लीडरशिप कोर्स पूरा करेंगी और इसके बाद उन्हें जनवरी में जापान के ओकीनावा में पहली तैनाती के लिए भेजा जाएगा.

भारतीय सेना में थे दादाजी- अनमोल नारंग ने बताया कि उनके दादाजी भारतीय सेना में जवान थे. वे बचपन से ही उनसे प्रेरित थी, अनमोल ने दादाजी से प्रेरणा लेकर ही सैन्य क्षेत्र में कदम रखा. अनमोल ने बताया कि ये एक सपने का पूरा होने जैसा है.

218 साल बाद ऐसा मौका- अमेरिकी सेना इतिहास में 218 साल बाद यह मौका आया है, जब गैर अमेरिकन महिला को इतना बड़ा पद मिला है. इससेे पहले, ऐसा कभी नहीं हुआ. रिपोर्ट के अनुसार अनमोल नारंग ने अमेरिकी सेना के ऐतिहासिक बैरिकेडिंग को तोड़ दी है.

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1100 कैडर को आज मिलेगी अनुमति- बता दें कि आज अमेरिका में 1100 सैनिक कैडर को सैन्य परीक्षण का डिप्लोमा दिया जायेगा. इनमें से 230 महिला भी शामिल होंगी. बताया जा रहा है कि 230 महिला में से 12 फीसदी महिलाएं अमेरिकन-अफ्रीकन मूल की हैं, जबकि 9 फीसदी एशियन मूल की. वहीं 1 फीसदी सैनिक नैटिव अमेरिकन मूल की है.

रंगभेद की शिकार है अमेरिकी सेना- न्यूयॉर्क टाइम्स रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सेना में 1925 के बाद रंगभेद का प्रभाव बढ़ गया. सेना के अधिकतर अधिकारी रैंक का पद एक विशेष वर्ग को जाने लगा, जिसके कारण निचले स्तर पर भी उसी वर्ग का वर्चस्व बढ़ता गया.

Posted By : Avinish Kumar Mishra

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