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TikTok Ban: अमेरिका के वर्जीनिया में टिकटॉक पर बैन, चीनी ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बताया गया खतरा

TikTok Ban in America: वर्जीनिया के गवर्नर ग्लेन यंगकिन ने टिकटॉक और वीचैट सहित कई चीपी ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए राज्य सरकार के उपकरणों और वायरलेस नेटवर्क पर इनके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है.

By Samir Kumar | December 17, 2022 9:54 AM

TikTok Ban in America: अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर बैन लगा दिया गया है. वर्जीनिया के गवर्नर ग्लेन यंगकिन ने शुक्रवार को टिकटॉक और वीचैट सहित कई चीपी ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए राज्य सरकार के उपकरणों और वायरलेस नेटवर्क पर इनके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही जिन कंपनियों का वर्जीनिया से अनुबंध है, उन्हें भी राज्य के स्वामित्व वाले उपकरणों या सूचना प्रौद्योगिकी (IT) ढांचों में इन ऐप का इस्तेमाल नहीं करना होगा.

चीनी ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा: गवर्नर यंगकिन

वर्जीनिया के गवर्नर ग्लेन यंगकिन के शासकीय आदेश में बाइटडांस और टेनसेंट द्वारा विकसित ऐप का भी जिक्र है. आदेश में कहा गया है कि टिकटॉक और वीचैट के डाटा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के लिए सूचना प्राप्त करने का एक माध्यम हैं और उनकी निरंतर उपस्थिति राष्ट्रीय सुरक्षा, खुफिया समुदाय और हर एक अमेरिकी नागरिक की व्यक्तिगत गोपनीयता के लिए खतरा है.

जोर पकड़ रही चीनी ऐप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की मांग

रिपब्लिकन पार्टी के नेता यंगकिन ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार के उपकरणों और वायरलेस नेटवर्क को घुसपैठ से सुरक्षित रखने और राज्य सरकार के डाटा एवं साइबर सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आज हम यह फैसला ले रहे हैं. यंगकिन उन 14 अन्य गवर्नरों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने इसी तरह का कदम उठाया है. वहीं, कांग्रेस में संघीय सरकार के उपकरणों में इस तरह के ऐप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की भी मांग उठ रही है.

अमेरिका के इन राज्यों में भी टिकटॉक पर बैन

इससे पहले अमेरिका के ऐलबामा और यूटा राज्यों में भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर बैन लगाए जाने की खबर सामने आई थी. एफबीआई के निदेशक क्रिस रे ने पिछले महीने इस ऐप पर सुरक्षा के लिहाज से चिंता जताई थी. जिसके बाद वहां कई राज्य प्रतिबंध का सख्त फैसला ले रहे हैं. एफबीआई के निदेशक का कहना था कि चीनी सरकार इस ऐप के जरिए अमेरिकी लोगों के डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकती है.

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