Bangladesh News : बांग्लादेश से लगातार हिंदुओं के साथ हिंसा की खबरें आती रहीं हैं. मामले पर सूचना एवं प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि भारत को बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदायों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. एक इंटरव्यू में उन्होंने भारत-बांग्लादेश संबंध और सांप्रदायिक हिंसा पर खुलकर बात की. नाहिद ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक भी देश के नागरिक ही हैं. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है.
नाहिद ने भारत से कहा कि वह बांग्लादेश के आंतरिक मामलों के बारे में चिंता न करे. इसके बजाय वह इस बात पर अपना ध्यान दे कि बांग्लादेश की चुनौतियों से निपटने में किस तरह मदद कर सकता है. बांग्लादेशी सरकार के बारे में गलत सूचना फैलाने के लिए भारतीय मीडिया की उन्होंने आलोचना भी की. नाहिद ने कहा कि इस तरह की चीजें दो देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में बाधा पैदा करतीं हैं.
Read Also : Sheikh Hasina: कब वापस बांग्लादेश लाया जाएगा पूर्व पीएम शेख हसीना को? अपूर्वा जहांगीर ने बताया
अवामी लीग द्वारा किए गए अत्याचारों पर भारत चुप क्यों ?
इस साल जुलाई और अगस्त के दौरान बांग्लादेश में हुई हिंसा पर नाहिद ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने मामले पर भारत से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा. उन्होंने सवाल किया कि उस दौरान अवामी लीग द्वारा किए गए अत्याचारों पर भारत चुप क्यों नजर आया. जहां कुछ देश बांग्लादेशी लोगों के साथ खड़े हैं, वहीं भारत ने कथित तौर पर उन लोगों को शरण दी है जो इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं. अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर नाहिद ने सरकार के सक्रिय प्रयासों पर बात की. सबूत के तौर पर उन्होंने दुर्गा पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन का हवाला दिया.