West Bengal News| JMB Terrorists News: कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से गिरफ्तार किये गये तीन बांग्लादेशी आतंकवादियों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने सोमवार को बताया कि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकियों ने कहा है कि वे कुल 15 लोग भारत में दाखिल हुए थे. उनके बाकी के 12 साथी भारत के अलग-अलग राज्यों में अपने काम को अंजाम देने में लगे हैं.
कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रविवार को आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के तीन संदिग्ध आतंकियों को दक्षिण कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से गिरफ्तार किया था. इनके नाम नाजी-उर रहमान पावेल उर्फ जयराम बापारी उर्फ जोसेफ (30), रबी-उल इस्लाम (22) और मेकाइल खान उर्फ शेख शब्बीर (30) हैं.
एसटीएफ ने इनसे पूछताछ शुरू की, तो इन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किये. सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेशी आतंकवादियों ने कहा है कि देश में केवल पकड़े गये तीन संदिग्ध आतंकी ही नहीं, बल्कि 15 आतंकी अवैध तरीके से बांग्लादेश में भारत में घुसे थे.
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आशंका जतायी जा रही है कि वे जम्मू-कश्मीर और ओड़िशा में भी छिपे हो सकते हैं. सोमवार को तीनों संदिग्ध आतंकियों को बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर उन्हें 14 दिन यानी 26 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
दबोचे गये जेएमबी के संदिग्ध आतंकियों के साथी देश में दूसरी जगहों पर छिपे हैं. इसकी जानकारी मिलने के साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने भी उनके बारे में जानकारी एकत्रित करनी शुरू कर दी है.
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बताया जा रहा है कि एनआइए ने कोलकाता पुलिस की एसटीएफ से संपर्क साधा है और पकड़े गये आतंकियों के बारे में जानकारी मांगी है. एनआइए पता लगाना चाहती है कि आतंकी किस वारदात को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे. एनआइए जल्द इन आतंकियों से पूछताछ कर सकती है.
इस मामले में एसटीएफ के अधिकारियों को जेएमबी आतंकियों के दो साथियों की तलाश जारी है. उनके नाम सलीम मुंशी उर्फ सेलिम और शेख शकील हैं. यह बात सामने आ रही है कि शकील ने ही आतंकियों का फर्जी आधार कार्ड बनवाया था, जबकि सलीम आतंकियों और आतंकी संगठन के लिंकमैन का काम करता था.
सलीम ने ही हरिदेवपुर में संदिग्ध आतंकियों के लिए किराये के मकान की व्यवस्था करायी थी. वह उनके साथ रहता भी था. जिस मकान में संदिग्ध आतंकी किराये पर रह रहे थे, उसके मकान मालिक को कोलकाता एसटीएफ ने पूछताछ के लिए तलब किया है. उनसे जल्द लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में पूछताछ होगी.
पूछताछ में पता चला है कि शब्बीर फल बेचकर और रबी-उल छाता मरम्मत का काम करके महानगर में रेकी करते थे. पावेल घर पर रहकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए योजना बनाता था. उसे कंप्यूटर और सोशल मीडिया संबंधी अच्छी जानकारी है. बताया जा रहा है कि वह ही इंटरनेट के जरिये बांग्लादेश में जेएमबी के आतंकियों के संपर्क साधकर देश में संगठन विस्तार की कोशिश में लगा हुआ था.
गिरफ्तार किये गये संदिग्ध आतंकियों के ठिकाने से एसटीएफ के अधिकारियों ने तीन मोबाइल फोन, एक डायरी, जेहादी पोस्टर और जेहादी साहित्य के अलावा फर्जी पहचान पत्र जब्त किये हैं. डायरी में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों के फोन नंबर लिखे हैं, जिनकी जानकारी जुटाने में एसटीएफ लगी हुई है.
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इधर, मोबाइल फोन व सोशल मीडिया के जरिये वे लोग किन-किन लोगों से संपर्क में थे, इसका भी पता लगाया जा रहा है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि आतंकवादियों के तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खूंखार वैश्विक आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से भी जुड़े हैं.
पकड़े गये आतंकवादी जेएमबी में युवाओं की नियुक्ति, प्रशिक्षण और संगठन के लिए फंड एकत्रित करने में जुटे हुए थे. इतना ही नहीं, आशंका व्यक्त की जा रही है कि वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्लीपर सेल तैयार करने के कार्य से भी जुड़े थे. वे संभवत: भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे जिले मालदा और मुर्शिदाबाद में रहने वाले कुछ युवाओं से संपर्क में थे और उन्हें आतंकवादी बनाने की कोशिश कर रहे थे.
Posted By: Mithilesh Jha