बेरुत : लेबनान की राजधानी बेरूत में पिछले सप्ताह हुए धमाके को लेकर प्रधानमंत्री समेत पूरी सरकार ने ही इस्तीफा दे दिया है. बेरुत धमाके के बाद सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था, उसी को लेकर पूरी सरकार ने इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है. बताया जा रहा है प्रधानमंत्री हसन दिआब जल्द ही इसकी घोषणा करने वाले हैं.
इस्तीफा देने के बीच देश के एक न्यायाधीश ने सोमवार को सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों से पूछताछ शुरू की. सरकारी ‘नेशनल न्यूज एजेंसी’ के अनुसार न्यायाधीश गस्सान एल खोरी ने सुरक्षा प्रमुख मेजर जनरल टोनी सलीबा से पूछताछ शुरू की. इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है और अन्य जनरलों से भी पूछताछ होनी है.
गौरतलब है कि गत चार अगस्त को हुए विस्फोट में 160 लोगों की मौत हुई थी और लगभग छह हजार लोग घायल हुए थे. इसके अलावा देश का मुख्य बंदरगाह नष्ट हो गया था और राजधानी के बड़े हिस्से को नुकसान हुआ था. सरकारी अधिकारियों के अनुसार धमाके के सिलसिले में लगभग 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनमें लेबनान के सीमा-शुल्क विभाग का प्रमुख भी शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों समेत कई लोगों से पूछताछ की गई है. धमाके के विरोध में बेरूत में पिछले दो दिन में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई है.
इधर बेरुत में विस्फोट से 19वीं शताब्दी का ऐतिहासिक महल तबाह हो गया. बताया जा रहा है महल 160 साल पुराना था. जो दो-दो विश्वयुद्ध झेल चुका था. उस्मानिया साम्राज्य का सूरज अस्त होते देखा, फ्रांस का कब्जा और फिर लेबनान की स्वतंत्रता का गवाह बना. आजादी के बाद 1975-1990 के खूनी गृहयुद्ध खत्म होने पर 20 साल की मशक्कत से इसकी पुरानी शान बहाल की गई, लेकिन बेरुत में हुए भयानक धमाके में यह तबाह हो गया.
Posted By – Arbind Kumar Mishra