फिर इजराइल के प्रधानंत्री बनेंगे बेंजामिन नेतन्याहू, नई सरकार बनाने का न्योता, 28 दिनों का मिलेगा समय

बेंजामिन नेतन्याहू के पास सरकार बनाने के लिए अब 28 दिन का समय होगा. वहीं, अगर समय बढ़ाने की जरूरत पड़ती है तो राष्ट्रपति उन्हें कुछ अतिरिक्त दिन का समय दे सकते हैं. दरअसल, इजरायल के राष्ट्रपति के पास 14 दिन तक का समय देने का कानूनी अधिकार होता है.

By Pritish Sahay | November 13, 2022 6:48 PM

इजरायल के राष्ट्रपति आइजैक हेर्जोग ने आज यानी रविवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को नयी सरकार बनाने का न्योता दिया है. बता दें, एक नवंबर को इजराइल में हुए चुनावों के आये नतीजों के बाद राष्ट्रपति ने बेंजामिन नेतन्याहू को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया है. राष्ट्रपति कार्यालय से आयी एक बयान के मुताबिक, नेतन्याहू को इजरायल की संसद नेसेट  के 64 सदस्यों का समर्थन हासिल है. इस कारण  उन्हें अगली सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है.

छठी बार इजरायल के पीएम बनेंगे नेतन्याहू: इजरायल के राष्ट्रपति हेर्जोग ने बीते शुक्रवार को यह घोषणा की थी कि वह नेतन्याहू को उन सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत करने के बाद देश में नई सरकार बनाने का निमंत्रण देंगे जो 1 नवंबर को हुए चुनाव में निर्वाचित हुए हैं. इसी के साथ यह नेतन्याहू के नाम 6 बार इजराइल का प्रधानमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी जुड़ जाएगा.

गौरतलब है कि चुनाव में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने संसद में 32 सीटें जीती है. वहीं, निवर्तमान प्रधानमंत्री याइर लापिद की येश अतीद को 24 सीट मिली. सरकार गठन के लिए नेतन्याहू को शास, यूनाइटेड टोराह जूडयिज्म, रिलिजियस जियोनिज्म, जूइश पावर और नोआम समेत दक्षिणपंथी गठबंधन का समर्थन मिला हुआ है.

28 दिन का नेतन्याहू के पास होगा समय: बेंजामिन नेतन्याहू के पास सरकार बनाने के लिए अब 28 दिन का समय होगा. वहीं, अगर समय बढ़ाने की जरूरत पड़ती है तो राष्ट्रपति उन्हें कुछ अतिरिक्त दिन का समय दे सकते हैं. दरअसल, इजरायल के राष्ट्रपति के पास 14 दिन तक का समय देने का कानूनी अधिकार होता है.  

चार साल में हो चुका है पांच चुनाव: बता दें, इजराइल में अस्थिर सरकार के कारण बीते चार साल से भी कम समय में पांच चुनाव हो चुके हैं. देश में राजनीतिक गतिरोध 2019 में शुरू हुआ था, जब नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और विश्वास भंग के आरोप लगे थे. वहीं, इस चुनाव की बात करें तो नेतन्याहू की सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के पास 32 सीटें हैं. अन्य संभावित गठबंधन सहयोगियों में शास और यूनाइटेड टोराह जूडयिज्म के पास 11 और 7 सीटें हैं. इनके मिलने से गठबंधन सरकार बन सकती है. गठबंधन होता है तो कुल सांसदों की संख्या 64 हो जाएगी.
भाषा इनपुट से साभार

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