लाहौर/क्वेटा: पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थिरता के बीच पाकिस्तान (Pakistan) के ग्वादर सिटी (Gwadar City) में शुक्रवार को जोरदार विस्फोट हुआ. इसमें चीन (China) के कम से कम 6 इंजीनियरों की मौत हो गयी. प्राथमिक तौर पर यह बताया जा रहा है कि बलूच लड़ाकों (Baloch Fighters) ने यह हमला किया है. हमले को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के साइड इफेक्ट के रूप में भी देखा जा रहा है.
हालांकि, पाकिस्तान के न्यूज साइट्स ने दो बच्चों की मौत की पुष्टि की है. साथ ही कहा है कि कई अन्य लोग घायल हुए हैं. सूत्रों के हवाले से द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा है कि विस्फोट ग्वादर के एक्सप्रेसवे पर हुआ. घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं. मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
इससे पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी एक हमला हुआ था. गुरुवार को सिंध प्रांत के बहावन नगर में शिया (Shia) समुदाय के जुलूस पर हमला किया गया था. इस हमले में 5 लोगों की मौत हो गयी थी और कम से कम 40 लोग घायल हो गये थे. बहावन नगर में हुए हमले के बाद वहां भगदड़ मच गयी थी. भगदड़ का फायदा उठाकर हमलावर वहां से सुरक्षित निकल गये.
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पाकिस्तान में हो रहे हमले को अफगानिस्तान पर कट्टरपंथी तालिबान के कब्जे का साइड इफेक्ट कहा जा रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने काबुल पर कट्टरपंथी संगठन के कब्जे को अफगानिस्तान की आजादी करार दिया है. इससे अफगानिस्तान के नागरिक बेहद नाराज हैं. जानकारों का कहना है कि यही वजह है कि पाकिस्तान में अब बम धमाके शुरू हो गये हैं.
पाकिस्तान की मदद से सीपीईसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों पर पिछले दिनों हमला कर दिया गया था. इस हमले में 9 चीनी अभियंताओं की मौत हो गयी थी. इसके बाद पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों में खौफ घर कर गया था. इस हमले से चीन भी बौखला गया था. उसने कहा था कि उसे पाकिस्तान की सरकार और इमरान खान पर बिल्कुल भरोसा नहीं है.
चीन की सरकार ने इमरान खान से नाराजगी जाहिर करने के बाद विस्फोट की जांच के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजी थी. हालांकि, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने चीन की सरकार और चीनी कर्मचारियों को सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया था, लेकिन सोशल मीडिया में कुछ तस्वीरें वायरल हुईं थीं, जिसमें चीन के इंजीनियर हाथों में एके-47 लेकर घूमते नजर आ रहे थे.
एके-47 के साथ दिखने वाले इंजीनियर चाइना-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. अब ये कहा जा रहा है कि टूलकिट छोड़कर अत्याधुनिक एके-47 राइफल थामने के बावजूद चीन के इंजीनियर पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं रह गये हैं.
Posted By: Mithilesh Jha