अमेरिका में भारतीय मूल के सिख परिवार के चार सदस्यों का अपहरण और फिर हत्या ने सबको झकझोर दिया है. इस मामले में मर्सेड काउंटी के शेरिफ ने कहा है कि चार सदस्यों की हत्या करने वाला संदिग्ध पहले परिवार के लिए ही काम करता था और उसका उनके साथ पुराना विवाद था. जिसकी कीमत इस परिवार को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी.
एनबीसी बे एरिया ने परिवार के एक रिश्तेदार के हवाले से कहा कि, अपहरण और हत्या के मामले का संदिग्ध जीसस मैनुअल सालगाडो परिवार की कंपनी में पहले चालक के रूप में काम करता था. लेकिन किसी बात को लेकर दोनों में मतभेद हो गया और दोनों अलग हो गए थे. मर्सेड काउंटी के शेरिफ वर्न वार्नके ने यह भी कहा कि घटना में एक और आरोपी शामिल था. हालांकि इस संबंध में अभी जांच चल रही है.
बगीचे में मिला था शव: मर्सेड काउंटी के शेरिफ वर्न वार्नके ने बताया कि आठ माह की बच्ची आरुही धेरी, उसकी मां जसलीन कौर, पिता जसदीप सिंह और जसदीप के भाई अमनदीप सिंह के शव इंडियाना रोड एंड हचिनसन रोड के पास एक बगीचे में मिले थे. खबर के अनुसार, बच्ची आरुही धेरी को आरोपी कातिल ने मरने के लिए छोड़ दिया था और उसकी मौत कठिन मौसमी परिस्थितियों के कारण हुई. सभी मृतक मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाले थे.
मामले की हो रही गहन जांच: एनबीसी बे एरिया ने वार्नके के हवाले से कहा कि इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है. इस हत्याकांड के पीछे अन्य व्यक्ति की संलिप्तता की जांच की जाएगी. वहीं, जिस दूसरे शख्स के शामिल होने की बात सामने आ रही है उसके सबूत मिलने पर उसकी गिरफ्तारी की जाएगी.
पुराने विवाद की बात आई सामने: केटीवीयू ने वार्नके के हवाले से कहा कि संदिग्ध और सिख परिवार के बीच एक पुराना विवाद था. वार्नके के अनुसार, रिश्तेदारों ने जांचकर्ताओं को बताया कि सालगाडो ने परिवार के साथ काम करने के बाद करीब एक साल पहले कुछ आपत्तिजनक संदेश व ईमेल भी भेजे थे. उन्होंने कहा कि आरोपी जीसस मैनुअल सालगाडो फिलहाल अस्पताल में भर्ती है.
गौरतलब है कि जसदीप सिंह परिवार का मर्सेड शहर में यूनिसन ट्रकिंग इंक के नाम से ट्रक का व्यवसाय करता था. रिश्तेदारों ने बताया कि कि परिवार ने हाल में ही एक पार्किंग स्थल में अपना कार्यालय खोला था. इस परिवार का सालगाडो से पुराना विवाद था. वहीं, आरोपी के परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को बताया था कि सालगाडो ने सिख परिवार के अपहरण करने की बात उनके सामने स्वीकार की थी. बता दें, कैलिफोर्निया सुधार एवं पुनर्वास विभाग के मुताबिक, आरोपी सालगाडो का क्राइम रिकार्ड रहा है. वो डकैती के एक मामले में पहले ही 11 साल की सजा काट चुका है. 2015 में वो रिहा हुआ था.