ओटावा : महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को समाप्त करने के लिए कनाडा के राजनेता संसद परिसर में ‘पिंक’ हाईहील्स अपने दिखाई दिए. महिला हिंसा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित किए गए इस कार्यक्रम की मेजबानी हाल्टन विमेन्स प्लेस की ओर से की गई है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हाल्टन विमेन्स प्लेस की ओर से महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को खत्म करने के लिए ‘होप इन हाई हील्स’ अभियान चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत संसद परिसर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कनाडाई राजनेताओं द्वारा पिंक हाईहील्स पहनने वाला वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इंटरनेट पर वायरल वीडियो और तस्वीरों में कनाडा के पुरुष सांसदों को पिंक हाईहील्स पहने देखा जा सकता है.
क्यों पहनी पिंक हाई हील्स
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के परिवहन मंत्री उमर अलघबरा ने हाल्टन विमेन्स प्लेस की ओर से आयोजित कार्यक्रम की ट्वीटर पर सराहना की है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि हमारे समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा अभी भी प्रचलित है. होप इन हाई हील्स एक ऐसा अभियान है, जो पुरुषों और युवकों को इसका हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करता है और महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को समाप्त करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाता है. उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने इस अभियान के समर्थन में पिंक हील्स पहनी थी.
कई प्रकार से प्रताड़ित होती हैं महिलाएं
परिवहन मंत्री उमर अलघबरा ने आगे कहा कि महिलाओं के खिलाफ केवल शारीरिक हिंसा ही सामने नहीं आती है, बल्कि उन्हें कई रूपों में प्रताड़ित किया जाता है. उन्होंने कहा कि पुरुषों को मेरे साथ इस अभियान का हिस्सा बनकर जागरूक होने की जरूरत है और हमारे आसपास महिलाओं के लिए बेहतर माहौल बनाने के लिए काम करना चाहिए.
महिला हिंसा के खिलाफ व्यवस्थित पहल
वहीं, परिवार, बाल और सामाजिक विकास मंत्री करीना गोल्ड ने कहा कि संसद परिसर में यह कार्यक्रम लगातार चौथे साल आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य पुरुषों और युवकों को लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने की जरूरत के बारे में संवेदनशील बनाना है. यह समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के संबंध में एक व्यवस्थित पहल की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि बरसों से महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर बातचीत जारी रखने के लिए हाल्टन विमेन्स प्लेस के इस कार्यक्रम का चौथा साल भी स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करना हम सबकी जिम्मेदारी है. इसके साथ ही, इसका उद्देश्य पुरुषों और युवकों को जागरूक करना है.