सुपर पावर की बेबसी: दुनिया को लोकतंत्र की सीख देने वाले अमेरिका में भद्दा मजाक, इन तसवीरों को देख झुक जाएगा सिर
Capital Hill Violence: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों का जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने खूब हंगामा किया. हजारों की संख्या में ट्रंप के समर्थकों ने हथियारों से लैस होकर कैपिटल हिल पर हमला कर दिया.
Capital Hill Violence: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. वाशिंगटन के कैपिटल हिल में ट्रंप समर्थकों ने खूब हंगामा किया. दुनिया को लोकतंत्र की सीख देने वाला अमेरिका बेबस है.
हजारों की संख्या में ट्रंप के समर्थकों ने हथियारों से लैस होकर कैपिटल हिल पर हमला कर दिया. आक्रोशित समर्थकों ने सीनेटर्स को बाहर करके कैपिटल हिल पर कब्जा कर लिया. मानो वाशिंगटन खौफ के बादलों से घिर गया.
राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच लंबे समय तक चले संघर्ष में सुरक्षा बलों ने सभी को बाहर निकालकर कैपिटल हिल को सुरक्षित घोषित किया. वाशिंगटन हिंसा में 4 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई.
घटना के बाद अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. बाइडेन ने कहा ‘अमेरिका के लोगों की तरह, दुनिया भी हमें देख रही है. मैं सही मायनों में विचलित और दुखी हूं. लंबे समय से अमेरिका ने दुनिया को लोकतंत्र के प्रकाश और आशा की किरण दिखाई है, आज इस तरह का अंधेरा वक्त देखने को मिल रहा है.’
बाइडेन ने कहा ‘युद्ध और संघर्ष में अमेरिका ने बहुत कुछ झेला है. हम इस संकट से लड़ेंगे और जीतकर बाहर आएंगे. आज और आने वाले चार साल में लोकतंत्र को मजबूत बनाने का काम करके सम्मान, कानून का राज स्थापित होगा.’
वाशिंगटन हिंसा के बाद पब्लिक इमरजेंसी लगा दी गई. इमरजेंसी को 15 दिन बढ़ाने की बात कही गई. ओहायो के कोलंबस में 25 दिसंबर 2020 से प्रदर्शन देखने को मिला था. पुलिस ने एक अश्वेत आदमी को गोली मार दी थी.
ओहायो में पुलिस की बर्बरता के खिलाफ सैकड़ों अश्वेत लोग सड़कों पर उतरे थे. कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ की गई. हिंसा की आग व्हाइट हाउस तक जा पहुंची थी. दुनियाभर में अमेरिका की साख पर बट्टा लग गया था.
ओहायो की घटना के बाद दुनियाभर में सुपरपावर अमेरिका और वहां के लोगों के प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे थे. उस समय डोनाल्ड ट्रंप को विपक्षियों ने घेरा था. जबकि, डोनाल्ड ट्रंप ने विपक्षियों पर ही कई आरोप लगाए थे.
25 सिंतबर 2020 को अश्वेत क्रिस्टोफर विएलविया को फांसी की सजा सुनाने के बाद भी हिंसा भड़की थी. जगह-जगह प्रदर्शन किए गए थे. कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत की खबरें भी सामने आई थी.
अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को जबरदस्त झटका लगा. चुनाव नतीजों में बाइडेन को जीत मिली. इसके बाद से ट्रंप समर्थक हंगामा कर रहे हैं. आखिर में ट्रंप समर्थकों ने अमेरिका के सीने पर गहरा जख्म दे डाला.
Posted : Abhishek.