China CPC Congress: चीन की सीपीसी की बैठक में हट सकते हैं पीएम, राष्ट्रपति शी जिनपिंग होंगे और शक्तिशाली!
China CPC Congress: जिनपिंग ने कहा कि चीन की सेना लड़ने और जीतने के लिए सैन्य प्रशिक्षण तथा लड़ाकू तैयारियों को तेज करेगी. उन्होंने कहा कि हम सैन्य प्रशिक्षण तेज करेंगे और हर स्तर पर लड़ाकू तैयारियों को बढ़ायेंगे, ताकि हमारे सशस्त्र बल लड़ें और जीतें.
China CPC Congress: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) का 20वां राष्ट्रीय महाधिवेशन रविवार से बीजिंग में शुरू हो चुका है. इस बैठक में उम्मीद जतायी जा रही है कि शी जिनपिंग को राष्ट्रपति का तीसरा कार्यकाल दिया जा सकता है. सीपीसी की नेशनल कांग्रेस में जिनपिंग को और शक्ति मिल सकती है. ऐसी संभावना है कि जिनपिंग को छोड़ कर दूसरे नंबर के नेता एवं प्रधानमंत्री ली केक्यांग सहित पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं को कांग्रेस के दौरान बदल दिया जायेगा या उनमें फेरबदल किया जायेगा, क्योंकि जिनपिंग प्रशासन 10 साल का कार्यकाल पूरा कर रहा है. सीपीसी की बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब जिनपिंग की नीति के खिलाफ विरोध के सुर उठे हैं.
चीन की सेना लड़ाकू तैयारियां बढ़ायेगी
जिनपिंग ने कहा कि चीन की सेना लड़ने और जीतने के लिए सैन्य प्रशिक्षण तथा लड़ाकू तैयारियों को तेज करेगी. उन्होंने कहा कि हम सैन्य प्रशिक्षण तेज करेंगे और हर स्तर पर लड़ाकू तैयारियों को बढ़ायेंगे, ताकि हमारे सशस्त्र बल लड़ें और जीतें. पीएलए की अगुआई करने वाले जिनपिंग ने अपनी 63 पन्नों की रिपोर्ट में एक विशेष हिस्सा सेना को समर्पित किया है.
22 अक्तूबर तक चलेगी यह बैठक
जानकारी हो कि इस बैठक में 2296 निर्वाचित प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे है. बीते रविवार को शुरू हुई यह बैठक 22 अक्तूबर तक चलने की संभावना जतायी जा रही है. मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी बैठक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे. जानकारी हो कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग अपने 10 साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे है.
ताइवान मामले में विदेशी दखल बर्दाश्त नहीं: शी जिनपिंग
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को आगाह किया कि ताइवान मामले में विदेशी दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे. अब तक हमने दखल का करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ताइवान का मुद्दा चीन का मामला है. इसे चीनियों को ही सुलझाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ताइवान को मुख्य भूभाग में फिर से मिलाने के लिए चीन बल प्रयोग करने का विकल्प नहीं छोड़ेगा. जिनपिंग ने राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकासात्मक हितों की रक्षा के लिए देश की सेना के आधुनिकीकरण को विश्व स्तर के मानकों के अनुरूप करने का संकल्प लिया.