चीन की इकॉनमी पर ग्लोबल फोकस, नए साल में बड़े फैसलों की तैयारी

China Economy: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बावजूद चीन कोविड-19 महामारी के बाद से कई आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहा है. देश में हाउसिंग सेक्टर की कर्ज की समस्या, उपभोक्ता खर्च में गिरावट और युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी ने चुनौतियां बढ़ा दी हैं.

By Aman Kumar Pandey | January 4, 2025 9:16 AM
an image

China Economy: चीन नए साल में अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई बड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहा है. आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि चीन वैश्विक बाजारों के लिए अपनी अर्थव्यवस्था को और अधिक खोलने की दिशा में काम कर रहा है. इस फैसले के पीछे अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव भी एक महत्वपूर्ण कारण है. हाल ही में नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी आयात पर टैक्स बढ़ाने की मंशा जताई है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है.

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बावजूद चीन कोविड-19 महामारी के बाद से कई आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहा है. देश में हाउसिंग सेक्टर की कर्ज की समस्या, उपभोक्ता खर्च में गिरावट और युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी ने चुनौतियां बढ़ा दी हैं. इन सबके बीच, 20 जनवरी को ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद चीन पर दबाव और बढ़ सकता है. पिछले कार्यकाल में भी ट्रंप ने चीनी आयात पर भारी टैक्स लगाए थे और इस बार भी उन्होंने इसी तरह के कदम उठाने के संकेत दिए हैं.

इसे भी पढ़ें: चीन में तेजी से फैला HMPV वायरस, हाई अलर्ट पर भारत सरकार

चीन के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग (एनडीआरसी) के उप निदेशक झाओ चेनजिंग ने कहा कि चाहे बाहरी माहौल कितना भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हो, चीन अपनी अर्थव्यवस्था को खोलने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि 2024 में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए कई नए उपाय लागू किए जाएंगे. विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, मॉडर्न सर्विसेज, हाई-टेक्नोलॉजी, ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण रक्षा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

झाओ ने यह भी बताया कि चीन की अर्थव्यवस्था को हाई-टेक इनोवेशन की ओर ले जाने पर जोर दिया जा रहा है. ग्रीन एनर्जी सेक्टर को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है. 2024 में चीन की कुल ऊर्जा उत्पादन का 40.5% हिस्सा विंड और सोलर पावर से आया है, जो पिछले साल 36% था. हालांकि, देश की बढ़ती बुजुर्ग आबादी के कारण चीन के सामने आर्थिक चुनौतियां बनी हुई हैं.

झाओ ने यह भी बताया कि चीन में बुजुर्गों और बच्चों की देखभाल के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. 2024 में चाइल्डकेयर केंद्रों की संख्या 1,00,000 और बुजुर्गों के लिए सुविधा केंद्र 4,10,000 तक पहुंच गई है. ये कदम चीन की सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के प्रयासों का हिस्सा हैं.

इसे भी पढ़ें: नाग की मौत पर विलाप करती नागिन, देखें वीडियो

Exit mobile version