अफगानिस्तान के बगराम बेस पर चीन की नजर, सैन्य विमानों ने की लैडिंग, चीन ने किया इनकार
बगराम एयरबेस पर अमेरिका सैनिकों को लंबे समय तक कब्जा रहा है. अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का यह बेस रहा है. इसी जगह से वह कई ऑपरेशन को अंजाम देती रही है. अब चीन की नजर इस बेस पर है.
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अब चीन दिलचस्पी ले रहा है. अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर सैन्य विमान उतरते नजर आये हैं. ऐसी जानकारी आ रही है कि यह चीनी सेना का विमान है. बगराम एयरबेस की बंद लाइट्स को भी शुरू कर दिया गया है.
बगराम एयरबेस पर अमेरिका सैनिकों को लंबे समय तक कब्जा रहा है. अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का यह बेस रहा है. इसी जगह से वह कई ऑपरेशन को अंजाम देती रही है. अब चीन की नजर इस बेस पर है.
बगराम एयरपोर्ट से कई सैन्य विमानों ने उड़ान भरी है और लैडिंग भी की है. इस एयरपोर्ट पर गतिविधियां बढ़ी हैं. चीनी सैनिक जिन विमानों का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें उड़ाने का या हवा में मार गिराने का तालिबान के पास कोई अनुभव नहीं है. ऐसे में चीन उन पर शुरुआत से ही भारी पड़ रहा है.
इस संबंध में चीन के विशेषज्ञ यून सून ने भी बताया था कि अमेरिकी सेना की वापसी के बाद इस एयरेबस पर चीन की नजर है. इस एयरबेस पर 20 सालों तक अमेरिकी सैनिकों का कब्जा रहा है. चीन इस पर और अधिकारी और सैनिक भेजने पर विचार कर रहा है. दूसरी तरफ चीन ने इन बातों का खंडन किया है. इश संबंध में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह गलत जानकारियां हैं.