दुनिया पर अपनी धौंस दिखाने की मंशा को पूरा करने की तैयारी में चीन जी जान से जुटा है. हथियारों की दौड़ में वो सबसे आगे निकल जाना चाहता है. दुनिया को अपने नीचे करने के लिए ड्रैगन परमाणु बमों का जखीरा तैयार करने में लगा है. दरअसल, अमेरिका की पेंटागन ने एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें कहा गया है कि चीन आने वाले समय में अपने परमाणु कार्यक्रम के विस्तार की तैयारी कर रहा है.
परमाणु क्षमता बढ़ाने में जुटा ड्रैगन: चीन के महत्वाकांक्षी सैन्य कार्यक्रम पर संसद में दी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में पेंटागन ने कहा है कि चीन की मकसद अगले दशक तक अपनी परमाणु ताकतों का आधुनिकीकरण करना है. इसके अलावा ड्रैगन उसमें विविधता लाने और परमाणु कार्यक्रम का विस्तार करना है. चीन बड़े पैमाने पर परमाणु कार्यक्रम शुरू करने की योजना पर काम करने की तैयारी कर रहा है.
बड़े पैमाने पर चीन कर रहा तैयारी: पेंटागन की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अभी बड़े पैमाने पर अपने एटमी प्रोग्राम पर फोकस कर रहा है. इससे पहले के कार्यक्रमों में चीन परमाणु आधुनिकीकरण की दिशा में ऐसी कवायद नहीं कर रहा था. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन जमीन, समुद्र और वायु आधारित परमाणु मंचों की संख्या बढ़ा रहा है.
बुनियादी ढांचे का कर रहा निर्माण: अपनी परमाणु क्षमता बढ़ाना, उसका विस्तार करने और उसे अत्याधुनिक बनाने के लिए चीन लगातार प्रयास कर रहा है. परमाणु बलों का विस्तार करने के लिए ड्रैगन आवश्यक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण कर रहा है. वो ज्यादा से ज्यादा और अत्याधुनिक परमाणु क्षमता विकसित करने में लगा है.
पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अभी चीन के पास 4 सौ से ज्यादा परमाणु हथियार है. लेकिन इसे बढ़ाने की दिशा में वो जिस गति से काम कर रहा है उससे जाहिर होता है कि 2035 तक उसके पास 15 सौ से ज्यादा परमाणु हथियार भंडार हो जाएंगे.