China Population News: दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश चीन (China) में पिछले साल यानी वर्ष 2021 में 5 लाख से भी कम जनसंख्या बढ़ी. वर्ष 2021 के अंत तक चीन की जनसंख्या (china population in 2021) 1.4126 अरब रही. यानी कुल आबादी में पांच लाख से भी कम की वृद्धि हुई, क्योंकि जन्म दर लगातार पांचवें साल घटी.
ये आंकड़े विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के ऊपर मंडराते जनसांख्यिकी खतरे और उसके चलते होने वाले आर्थिक खतरे को लेकर भय पैदा करते हैं. राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) ने कहा कि वर्ष 2021 के अंत तक, चीन के मुख्य भू-भाग में आबादी वर्ष 2020 की 1.4120 अरब से बढ़कर 1.4126 अरब रही.
एनबीएस के आंकड़ों के मुताबिक, चीन की जनसंख्या वर्ष 2020 की तुलना में एक साल में 4,80,000 बढ़ी. वर्ष 2021 में 1.06 करोड़ बच्चों ने जन्म लिया, जो वर्ष 2020 के 1.20 करोड़ के मुकाबले कम था. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस आंकड़े में हांगकांग और मकाउ के निवासी तथा मुख्य भूमि के 31 प्रांतों, स्वायत्त क्षेत्रों और नगर पालिकाओं में रहने वाले विदेशी शामिल नहीं हैं.
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एनबीएस के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश में नवजात शिशुओं की संख्या 1.062 करोड़ थी, जबकि जन्म दर 7.52 प्रति हजार दर्ज की गयी. पिछले वर्ष राष्ट्रीय मृत्यु दर 7.18 प्रति हजार थी, जिससे राष्ट्रीय वृद्धि दर 0.34 प्रति हजार रही.
हांगकांग से संचालित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के अनुसार, विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि चीन में जल्द ही जनसांख्यिकी मोड़ आ सकता है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक वृद्धि के लिए खतरा साबित हो सकता है. ऐसी स्थिति में, कार्यबल में लोगों और आश्रित व्यक्तियों (पेंशन और अन्य लाभों के साथ सेवानिवृत्त) के अनुपात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे अर्थव्यवस्था पर दबाव पड़ सकता है.
इस महीने की शुरुआत में, हेनान प्रांत ने सूचना दी कि वहां नवजात शिशुओं की संख्या वर्ष 2020 में गिरकर 9,20,000 रही, जो वर्ष 2019 की तुलना में 23.3 प्रतिशत की गिरावट थी. वहां जन्म दर प्रति 1,000 लोगों पर घटकर 9.24 रह गयी थी. हेनान चीन का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला प्रशासनिक क्षेत्र है.
चीनी प्रांतों ने जन्म दर में भारी गिरावट को रोकने के मकसद से दंपतियों को तीन बच्चे पैदा करने के प्रति प्रेरित करने के लिए कई सहायक उपायों की घोषणा करना शुरू कर दिया है. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने इससे पहले खबर दी थी कि बीजिंग, सिचुआन और जियांगशी प्रांतों ने कई सहायक उपाय शुरू किये, जिनमें माता-पिता को अधिक छुट्टी देना, मातृत्व अवकाश, विवाह के लिए छुट्टी और पितृत्व अवकाश बढ़ाना शामिल है.
चीन ने वर्ष 2016 में सभी दंपतियों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी थी. इसने दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति को खत्म कर दिया, जिसे नीति निर्माता वर्तमान जनसांख्यिकीय संकट के लिए दोषी मानते हैं.
Posted By: Mithilesh Jha