अंधेरा दूर करने के लिए इंडोनेशिया से कोयला खरीद रहा है चीन, ऑस्ट्रेलिया से झगड़ करना पड़ गया भारी
इंडोनेशिया से चीन तक पहुंचने वाला खराब क्वालिटी का कोयला भी महंगा होता रहा है. जून के बाद मांग में बढ़ोतरी की वजह से इंडोनेशिया ने भी अपने यहां से निर्यात होने वाले कोयले की कीमत बढ़ा दी है.
बीजिंग : ऑस्ट्रेलिया के साथ झगड़ा करना चीन की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया के साथ द्विपक्षीय रिश्तों में दरार आने के चीन को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. इसी का नतीजा है कि उसे इस समय कोयले के भारी संकट से रूबरू होना पड़ रहा है. आलम यह कि अपने यहां के अंधेरे को दूर करने के लिए चीन को इंडोनेशिया से कोयला मंगाना पड़ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडोनेशिया ने पिछले महीने कोयले की रिकॉर्ड आपूर्ति की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडोनेशिया ने पिछले सितंबर महीने में 21 मिलियन टन से अधिक कोकिंग थर्मल और ब्राउन कोयले का निर्यात किया है. फिलहाल, इंडोनेशिया चीन के कुल आयात का करीब दो तिहाई कोयले की आपूर्ति कर रहा है.
मजे की बात यह भी है कि इंडोनेशिया से चीन तक पहुंचने वाला खराब क्वालिटी का कोयला भी महंगा होता रहा है. जून के बाद मांग में बढ़ोतरी की वजह से इंडोनेशिया ने भी अपने यहां से निर्यात होने वाले कोयले की कीमत बढ़ा दी है. चीन अपने यहां के बिजली संकट को दूर करने के लिए इंडोनेशिया से लगातार महंगे दामों पर कोयले की खरीद कर रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडोनेशिया कई प्रकार के लो-ग्रेड कोयले का निर्यात करता है, जो सस्ते में मिल जाता है. यह कम प्रभावी होता है और यह जलवायु के लिए नुकसानदायक होता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले साल के अंत तक चीन ने इंडोनेशिया से 1.5 बिलियन डॉलर के कोयले का सौदा किया था.
Also Read: Quad की बैठक में पीएम मोदी ने चीन को दिया कड़ा संदेश, अफगान संकट पर भी की बात
ऑस्ट्रेलिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों में दरार आने के बाद चीन ने इंडोनेशिया के साथ यह सौदा किया था. चीन को ऐसा लग रहा है कि कोयला आपूर्ति के मामले में इंडोनेशिया ऑस्ट्रेलिया का विकल्प बन सकता है.