बीजिंग : कोरोना वायरस के तीसरे टीके के दूसरे चरण के लिए चीन ने क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी दे दी है. आपको बता दें कि यहां कोविड-19 के 12 नये मामले सामने आए हैं. जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 82,816 हो गई है.
ऐसे में कोरोना वायरस के तीन टीकों के क्लिनिकल परीक्षण को मंजूरी चीन ने दी है जिनमें एक को इसी देश के सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने विकसित किया है. सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की खबर के अनुसार वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ बायलॉजिकल प्रोडक्ट्स ने चाइना नेशनल फार्मास्युटिकल ग्रुप (सिनोफार्म) के तहत विकसित अपने टीके का और वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) ने अपने वैक्सीन का क्लिनिकल परीक्षण शुरू कर दिया है.
डब्ल्यूआईवी पिछले दिनों उस समय विवाद में रहा था जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि वहां से कोरोना वायरस पनपा होगा. अमेरिका ने इस मामले में जांच की मांग की थी.
डब्ल्यूआईवी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि ये पूरी तरह मनगढ़ंत हैं. चीन की फार्मास्युटिकल कंपनी सिनोफार्म ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के पहले चरण में 23 अप्रैल तक तीन अलग-अलग आयुवर्गों के कुल 96 लोगों को टीका लगाया गया है. अब तक टीके के परिणाम सुरक्षित रहे हैं और जिन लोगों पर इसका परीक्षण किया गया है, उन्हें निगरानी में रखा गया है.
आपको बता दें कि टीके बनाने के लिए सभी देश प्रयासरत है. अपनी ओर से सारे देश इसपर शोध कर रहे हैं. गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि घातक कोरोना वायरस का उपचार खोजने के लिए 72 चिकित्सकीय परीक्षण किए जा रहे हैं और 211 परीक्षण योजना के चरण में हैं. ‘फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन’ (एफडीए) के आयुक्त स्टीफन एम हान ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना वायरस की दवा और टीका खोजने का काम चालू है और एफटीआई ने टीके संबंधी परीक्षणों के लिए दो कंपनियों को अधिकृत किया है.
हान ने कहा, ‘‘हम कोविड-19 का उपचार खोजने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. हमारे पास कोविड-19 का कोई स्वीकृत उपचार नहीं है, लेकिन हम अकादमिक, वाणिज्यिक और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर उपचार खोजने की कोशिश कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘एफडीआई के निरीक्षण में अमेरिका में 72 चिकित्सकीय परीक्षण चल रहे हैं और 211 अभी योजना के चरण में हैं, यानी और परीक्षण किए जाने की संभावना है.”