बीजिंग : चीन ने गुरुवार को कहा कि कांडला बंदरगाह पर पाकिस्तान जाने वाले एक चीनी जहाज से जब्त औद्योगिक ‘ऑटोक्लेव’ असल में ‘हीट ट्रीटमेंट फर्निस शेल सिस्टम’ है. चीन ने कहा कि जब्त ‘ऑटोक्लेव’ अप्रसार और निर्यात नियंत्रण के तहत दोहरे इस्तेमाल वाली सामग्री नहीं है, जैसा कि भारतीय अधिकारियों का आरोप है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि चीनी जहाज ‘डा कुई युन’ से जब्त औद्योगिक ‘ऑटोक्लेव’ का इस्तेमाल लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल या सेटेलाइट प्रक्षेपण रॉकेटों के निर्माण में हो सकता है.
इस बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि यह सैन्य इस्तेमाल के लिए नहीं है. झाओ ने कहा कि चीन ने संबंधित खबरों का संज्ञान लिया है. जिम्मेदार देश होने के नाते चीन सख्ती से अंतरराष्ट्रीय अप्रसार की प्रतिबद्धताओं और अंतरराष्ट्रीय संकल्पों को पूरा कर रहा है.
उन्होंने कहा कि जानकारी मंगाने पर हमें पता चला कि असल में यह वस्तु ‘हीट ट्रीटमेंट फर्नेस शेल सिस्टम’ है. इसका उत्पादन चीन में एक निजी कंपनी ने किया है. यह सैन्य इस्तेमाल के लिए नहीं है. यह अप्रसार और निर्यात नियंत्रण के तहत दोहरे इस्तेमाल की सामग्री नहीं है. उन्होंने कहा कि चीनी मालवाहक जहाज और उसके मालिक ने कहा है कि भारतीय अधिकारियों को पहले ही सच बता दिया गया. इसलिए इसमें कुछ छिपाने की बात ही नहीं है.
खबरों में कहा गया है कि गुजरात के कांडला बंदरगाह पर कस्टम ने तीन फरवरी को हांगकांग का झंडा लगे जहाज को पकड़ा. यह जहाज कराची के कासिम बंदरगाह जा रहा था. चीनी जहाज के सामान को उतारा गया और बंदरगाह पर गोदाम में रखा गया है.