ताइपे: चीन में अब तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों को भी कोरोना के टीके लगाये जायेंगे. चीन में लगभग 76 प्रतिशत आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए विभिन्न सख्त कदम उठा रही है.
हाल के दिनों में कम से कम 5 प्रांतों में स्थानीय और प्रांतीय स्तर की सरकारों ने नोटिस जारी कर घोषणा की थी कि तीन से 11 वर्ष तक के बच्चों को टीके लगाने की आवश्यकता होगी. चीन में टीकाकरण अभियान का दायरा ऐसे समय में बढ़ाया जा रहा है, जब देश के कुछ हिस्सों में नये मामलों पर काबू के लिए प्रतिबंध लगाये गये हैं.
काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर उत्तर-पश्चिमी प्रांत गांसू ने कोरोना के मामले मिलने के बाद सोमवार को सभी पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया. आंतरिक मंगोलिया के कुछ हिस्सों में लोगों को कोरोना के प्रकोप के कारण घरों में ही रहने का आदेश दिया गया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में स्थानीय संक्रमण के 35 नये मामलों का पता चला है, जिनमें से चार गांसू से हैं. अन्य 19 मामले मंगोलिया के आंतरिक हिस्सों में मिले हैं. चीन ने 1.4 अरब की आबादी में 1.07 अरब लोगों का पूर्ण टीकाकरण करते हुए स्थानीय संक्रमण के मामलों पर काबू पा लिया है.
चीन की सरकार यात्रियों के माध्यम से अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के प्रसार और फरवरी में आयोजित बीजिंग ओलिंपिक से पहले बड़े पैमाने पर टीकाकरण को लेकर चिंतित है. ओलिंपिक खेलों के दौरान आने वाले विदेशी दर्शकों पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है. ओलिंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी बाहर के लोगों से अलग रहना होगा.
गांसू प्रांत प्राचीन समय के रेशम मार्ग पर स्थित है. इसे बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रों वाली गुफाओं और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए पहचाना जाता है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि बीते 24 घंटे में संक्रमण के स्थानीय स्तर पर फैलने के 35 नये मामले सामने आये हैं, जिनमें से चार मामले गांसू के हैं. इनर मंगोलिया के लोगों को घरों के भीतर ही रहने का आदेश दिया गया है.
Posted By: Mithilesh Jha
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