कोलकाताः लेह-लद्दाख में भारत के हाथों बुरी तरह पिटने और इंटरनेशनल कम्युनिटी के सामने बेनकाब होने के बाद चीन एक के बाद एक गहरी चाल चल रहा है. बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ करने वाले चीनी नागरिक हान जुनवे जिस तरह से जांच एजेंसियों को परेशान कर रहा है, उसके नक्सलियों से भी कनेक्शन की आशंका बढ़ गयी है. हान जुनवे के आइ-फोन से एसटीएफ को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं.
इस शख्स को मालदा जिला में स्थित भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गिरफ्तार किया था. स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम उससे पूछताछ कर रही है. लगातार कई दिनों तक एसटीएफ को गोल-गोल घुमाने वाले हान जुनवे के आइ-फोन का पासवर्ड क्रैक हो चुका है. साइबर एक्सपर्ट की मदद से अब उसके मैकबुक के पासवर्ड को क्रैक करने की कोशिश की जा रही है.
एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम इस बात की जांच कर रही है कि उसकी भारत में घुसने की क्या मंशा थी? यह भी पता लगाया जा रहा है कि गिरफ्तार चीनी नागरिक का प्रतिबंधित नक्सली संगठनों से तो कोई संबंध नहीं है? अधिकारी 12 जून को गिरफ्तार चीनी नागरिक के पास से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप को भी अनलॉक करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि काफी जटिल साबित हो रहा है.
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चीन के नागरिक हान जुनवे ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसके देश की विभिन्न एजेंसियां रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट समेत केंद्र सरकार की विभिन्न वेबसाइट को हैक करने का प्रयास कर रही हैं. भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के दौरान पकड़े गये चीनी नागरिक हान जुनवे ने अधिकारियों को बताया कि चीनी एजेंसियों ने बेंगलुरु की उस कंपनी को निशाना बनाया, जो रक्षा मंत्रालय और बीएसएनएल से जुड़ी हुई है.
नाम नहीं बताने की शर्त पर एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि कई एयरोस्पेस कंपनियां भी इन एजेंसियों के निशाने पर हैं. अधिकारी ने कहा कि हान जुनवे ने बताया है कि चीन की एजेंसियां भारत की रक्षा प्रणाली में तांक-झांक करने की कोशिश कर रही हैं. इसलिए वे भारतीय रक्षा मंत्रालय की विभिन्न वेबसाइट को हैक करने का प्रयास कर रहे हैं.
Posted By: Mithilesh Jha