जासूसी गुब्बारा गिराने से बिफरा चीन, दी अंजाम भुगतने की धमकी, कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने कही यह बात
अब हमें पता लगाना है कि वास्तव में यह क्या था? क्या यह मौसम संबंधी गुब्बारा था या निगरानी गुब्बारा. इस समय सभी आशंकाएं इसके जासूसी गुब्बारा होने को लेकर है.
अमेरिकी सेना ने अटलांटिक महासागर में चीन के एक संदिग्ध जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है और इसके मलबे से सभी उपकरण बरामद करने का अभियान शुरू किया है. वहीं, चीन ने रविवार को इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उसके असैन्य मानवरहित हवाई जहाज के खिलाफ बल प्रयोग को लेकर अमेरिका को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी. वहीं अब पूरे मामले में अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य राजा कृष्णमूर्ति का बयान आया है.
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के भारतीय मूल के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने आज यानी रविवार को कहा कि अमेरिका के ऊपर चीन का जासूसी गुब्बारा वहां सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा अमेरिका की राष्ट्रीय संप्रभुता और ताइवान सहित उसके अपने पड़ोसियों पर खतरे की याद दिलाता है. अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को उक्त गुब्बारे को अटलांटिक महासागर के ऊपर से मार गिराया था और उसके मलबे में मौजूद उपकरणों को प्राप्त करने के लिए मिशन की शुरुआत की थी.
कृष्णमूर्ति ने समाचार चैनल सीएनएन से बातचीत के दौरान गुब्बारे को मार गिराने से पहले इंतजार करने के राष्ट्रपति जो बाइडन के फैसले का बचाव किया और कहा कि उसे समुद्र के ऊपर गिराना ‘सही फैसला’ था. उन्होंने कहा, ‘‘ अब हमें पता लगाना है कि वास्तव में यह क्या था? क्या यह मौसम संबंधी गुब्बारा था या निगरानी गुब्बारा. इस समय सभी आशंकाएं इसके जासूसी गुब्बारा होने को लेकर है.’’ उल्लेखनीय है कि कृष्ण्मूर्ति अमेरिकी कांग्रेस के निम्न सदन प्रतिनिधि सभा की नयी चीन संबंधी स्थायी समिति के सदस्य हैं.
राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने पूर्वी तटीय समय (ईएसटी) के अनुसार शुक्रवार अपराह्न दो बजकर 39 मिनट पर चीन के जासूसी गुब्बारे को अटलांटिक महासागर के ऊपर मार गिराया. यह कार्रवाई साउथ कैरोलाइना के तट से करीब 9.65 किलोमीटर दूर की गई और इस दौरान किसी जान-माल की हानि नहीं हुई. घटना के बारे में पूछे जाने पर कृष्णमूर्ति ने कहा, मेरा मानना है कि यह केवल हमें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा उत्पन्न खतरों की याद दिलाता है, यही वजह है कि समिति (निम्न सदन में चीन को लेकर) का गठन किया गया है.
उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रौद्योगिकी संबंधी खतरा है. निश्चित तौर पर यह गुब्बारा हमे याद दिलाता है कि खतरा मौजूद है और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) आक्रामक है और दुर्भाग्य से वे हमारी निगरानी कर रहे हैं, हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन कर रहे हैं, ताइवान और अन्य सहित बाकी की राष्ट्रीय संप्रभुत्ता का उनके द्वारा उल्लंघन का तो उल्लेख करने की भी जरूरत नहीं है.