वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया है. ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नॉर्वे के दक्षिणपंथी नेता क्रिस्चियन टायबिंग्र येद्दे ने नॉमिनेट किया है.
क्रिश्चियन टायबिंग्र ने तर्क दिया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस्त्राइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समझौता कराने में अहम योगदान दिया है इसलिये वो नोबेल शांति पुरस्कार पाने के हकदार हैं.
इस्त्राइल-यूएई समझौते में ट्रंप की अहम भूमिका
दरअसल इस्त्राइल ने केवल 3 अरब देशों के साथ राजनयिक और कूटनीतिक समझौता किया है. साल 1979 में मिस्त्र के साथ, 1994 में जॉर्डन के साथ और 2020 में यूएई के साथ. इस्त्राइल और यूएई के बीच निवेश, पर्यटन, सीधी उड़ान, सुरक्षा औऱ दूरसंचार के मसले पर द्विपक्षीय समझौता हुआ है.
इस्त्राइल ने ये भी वादा किया है कि वो वेस्ट बैंक में अपनी कब्जे वाली जमीन पर तमाम विवादित योजनाओं को बंद कर देगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों विपरित ध्रुव वाले देशों के बीच समझौता कराने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अमेरिकी समाचार एजेंसी फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में क्रिश्चियन टायब्रिंग ने इस समझौते को ही आधार बताया है.
साल 2018 में भी नॉमिनेट हुए थे डोनाल्ड ट्रंप
ये पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामांकित किए गये हैं. साल 2018 में भी नॉर्वे के ही दक्षिणपंथी नेता ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था. उस समय नॉमिनेशन का आधार दक्षिण कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच समझौते को बताया गया था. हालांकि ट्रंप जीते नहीं थे.
नोबेल प्राइज के लिए कौन करता है नॉमिनेट
अब सवाल है कि वे कौन लोग हैं जो किसी का नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नॉमिनेट कर सकते हैं. चलिये इसका भी जवाब देते हैं. किसी भी राज्य अथवा देश का प्रमुख, राष्ट्रीय स्तर का राजनेता, यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स, विदेश नीति संस्थानों के निदेशक, नोबेल शांति पुरस्कार जीत चुके लोग और नॉर्वे में मौजूद नोबेल समिति के मेंबर इस पुरस्कार के लिये किसी को नॉमिनेट कर सकते हैं. नॉर्वे नोबेल समिति अंतिम रूप से विजेता चुनती है.
रिपोर्टस के मुताबिक साल 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिये अभी तक 318 लोगों को नॉमिनेट किया गया है. विजेता का एलान साल 2021 तक होने की उम्मीद है.
Posted By- Suraj Kumar Thakur