इस्लामाबाद : पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या शनिवार को बढ़कर 2,708 हो गई. अकेले पंजाब प्रांत में इसका आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है. ‘नेशनल हेल्थ सर्विसेज’ के मुताबिक कोविड-19 के कारण अब तक 40 लोगों की जान जा चुकी है, हालांकि देश में 140 लोग इसके संक्रमण के बाद ठीक भी हुए हैं.
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पंजाब बना कोरोना का हॉटस्पॉट– पाकिस्तान में इस बीमारी के मुख्य केंद्र के तौर पर पंजाब प्रांत उभरा है जहां कुल 1072 मामले सामने आए हैं. सिंध में 839, खैबर पख्तूनख्वा में 343, बलूचिस्तान में 175, गिलगित-बाल्तिस्तान में 193, इस्लामाबाद में 75, पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 11 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने कहा कि इस घातक विषाणु की रोकथाम के लिये उठाए जा रहे सरकार के तमाम कदमों के बावजूद देश में इस बीमारी का प्रसार तेजी हो रहा है.
विश्व बैंक ने दिया 20 करोड़ डॉलर- विश्व बैंक ने शुक्रवार को नावेल कोरोना वायरस के प्रभाव से निपटने में मदद के लिये 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता मंजूर की है. रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक ‘पाकिस्तान में प्रभावी तरीके से महामारी प्रतिक्रिया’ शीर्षक वाली यह परियोजना सरकार को बीमारी के खिलाफ प्रतिक्रिया देने और जन स्वास्थ्य तैयारियों के लिए एक राष्ट्रीय तंत्र को मजबूत बनाने में मदद देगी.
इमरान ने आर्थिक पैकेज की घोषणा की– कोविड-19 महामारी का प्रकोप कब तक रहेगा इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को निर्माण क्षेत्र के लिए एक व्यापक पैकेज की घोषणा की जिससे अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके. इमरान खान ने निर्माण क्षेत्र के आधार पर एक निश्चित कर व्यवस्था की घोषणा की और अपने नया पाकिस्तान हाउसिंग परियोजना में निवेश के लिए 90 प्रतिशत कर कटौती की पेशकश की. परियोजना का मकसद गरीबों के लिए घर बनाना है. खान ने सीमेंट और स्टील को छोड़कर, निर्माण के कई क्षेत्रों पर बकाया कर वापस लेने की घोषणा की. उन्होंने लोगों द्वारा आवास इकाइयों की बिक्री पर पूंजीगत लाभ कर भी माफ कर दिया.