Coronavirus Pandemic : ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को अस्पताल से मिली छुट्टी, कोरोना से थे संक्रमित

कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) से संक्रमित ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) को अस्‍पताल से छुट्टी (discharged from hospital ) मिल गयी है. उन्‍होंने अपनी जान बचाने के लिए राज्य-वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के डॉक्टरों और कर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उनके आभारी हैं.

By ArbindKumar Mishra | April 12, 2020 7:09 PM
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लंदन : कोरोना वायरस से संक्रमित ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को अस्‍पताल से छुट्टी मिल गयी है. उन्‍होंने अपनी जान बचाने के लिए राज्य-वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के डॉक्टरों और कर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उनके आभारी हैं.

तबियत में सुधार होने के बाद जॉनसन को शनिवार को लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)से बाहर लाया गया था. उसके बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में 55 वर्षीय जॉनसन ने कहा, .. जान बचाने के लिए मैं उनका आभारी हूं.

रविवार को अस्पताल में उन्हें सात दिन हो गए थे. जॉनसन ने डॉक्टरों की निगरानी में कम दूरी तक चहलकदमी भी की. वह अस्पताल में अपने बेड पर फिल्में देख हैं और पहेलियां सुलझा कर अपना मन बहलाया.

कहा जाता है कि जॉनसन की मंगेतर कैरी साइमंड्स ने उनका मनोबल बढ़ाने के लिए पत्र भेजे थे. साइमंड्स पहले बच्चे की मां बनने वाली हैं. जॉनसन को हजारों कार्ड भी मिले, जिनमें उनके जल्द स्वथ्य होने की कामना की गयी थी. उनके काम पर लौटने की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर ब्रिटिश गृह मंत्री प्रीति पटेल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री को पूरी तरह से ठीक होने के लिए कुछ समय की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण ब्रिटेन में 917 और लोगों की मौत हो गयी है और मृतकों की कुल संख्या 9,875 तक पहुंच गयी है. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में लगभग 80,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.

इस बीच, प्रधानमंत्री की ओर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए ईस्टर संदेश में लोगों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे जान बचाने के लिए घरों में ही रहने का आग्रह किया गया. पोस्ट में कहा गया है, इस साल देश भर में चर्च बंद रहेंगे, और परिवार अलग-अलग दिन बिताएंगे, लेकिन घरों में रहकर आप एनएचएस की रक्षा कर रहे हैं और जान बचा रहे हैं.

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