वाशिंगटन : कोरोनावायरस पर अमेरिका और चीन के बीच चल रहे आपसी द्वंद में नया मोड़ आया है. अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने दावा किया है कि कोरोना वायरस पर चीन ने डबल्यूएचओ को धमकाया और मामले को छुपाने के लिए कहा. सीआईए ने इस संबंध में सभी सबूत जुटाने का भी दावा किया है.
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार जब चीन में यह महामारी फैली तो, डबल्यूएचओ ने तत्काल संज्ञाश लिया और चीन के अधिकारियों से इसपर जवाब तलब किया, लेकिन उल्टे चीन ने इस वायरस छुपाने की कोशिश की. चीन ने डबल्यूएचओ को कहा कि अगर वायरस के बारे में जानकारी दी तो वे जांच में सहयोग नहीं करेंगे.
रिपोर्ट में दावा किया गया है यह कृत्य इसलिए किया गया क्योंकि चीन कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल आपूर्ति निर्बाध रूप से जुटा ले और अपने देश में बाकी सामान का भी निर्यात कर लें. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इस वायरस के बाद बिल्कुल डर गया था, जिसके बाद उसने डबल्यूएचओ के सहारे इसपर झूठ बोला.
इससे पहले भी खुलासा हुआ था कि चीन ने डबल्यूएचओ को गुमराह किया है. चीन जनवरी से ही इस वायरस की गंभीरता को जान रहा था, लेकिन उसने इसकी सूचना किसी को नहीं दी. जब चीन अपने मकसद में कामयाब हो गया तो, उसके बाद उसने यह बातें डबल्यूएचओ को बतायी.
अमेरिका ने फिर लगाया आरोप– कोरोनावायरस को लेकर अमेरिका और चीन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. सोमवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कोरोना पर सवाल पूछा गया तो, वे विफर पड़े और पत्रकारों से कहा कि इसके बारे में चीन से पूछो. बता दें कि अमेरिका शुरुआत से ही इसके लिए चीन को जिम्मेदार मान रहा है.
दुनियाभर में 38 लाख से अधिक संक्रमित- इस घातक वायरस से दुनियाभर में 38 लाख से अधिक लोगों संक्रमित हैं, जबकि तकरीबन ढाई लाख लोग इसकी चपेट में आकर मारे जा चुके हैं. इस वायरस से इटली, चीन और अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.