Coronavirus: चीन के वुहान शहर में एक बार फिर पूरी आबादी का होगा कोविड-19 टेस्ट

चीन में कोरोनावायरस के दूसरे दौर की शुरुआत की आशंका बढ़ गयी है. चीन के जिस शहर से सबसे पहले कोरोना के मामले आए थे वहां अब फिर से नये कोरोना केस सामने आए हैं. अब पूरे शहर का कोरोना वायरस टेस्ट करने का निर्णय लिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2020 9:20 AM
an image

चीन में कोरोनावायरस के दूसरे दौर की शुरुआत की आशंका बढ़ गयी है. चीन के जिस शहर से सबसे पहले कोरोना के मामले आए थे वहां अब फिर से नये कोरोना केस सामने आए हैं. अब पूरे शहर का कोरोना वायरस टेस्ट करने का निर्णय लिया गया है. संक्रमण की शुरुआत वाले चीनी शहर वुहान में एक करोड़ 10 लाख लोगों के टेस्ट की तैयारी है.

बीबीसी ने स्थानीय मीडिया के हवाले से लिखा है कि वुहान में महज 10 दिनों के भीतर सभी लोगों का टेस्ट कराए जाने की योजना है. रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने मंगलवार को 1.1 करोड़ की आबादी वाले शहर में सभी निवासियों पर न्यूक्लिक एसिड परीक्षण करने का आदेश दिया गया था. नोटिस में कहा गया है कि प्रत्येक जिले को 10 दिनों की समय सीमा के भीतर अपने क्षेत्राधिकार में पूरी आबादी पर न्यूक्लिक एसिड परीक्षण करने की योजना और व्यवस्था करें हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि परीक्षण कब शुरू होगा.

Also Read: लॉकडाउन 4.0: कहां और कैसे खर्च होगा 20 लाख करोड़ का ‘महापैकेज’, वित्त मंत्री आज बताएंगी

वुहान में 8 अप्रैल को 76 दिन बाद लॉकडाउन खुला था लेकिन शहर में फिर से कोरोना वायरस के मामले सामने आने लगे हैं. रविवार और सोमवार को छह नए मामले सामने आए हैं. चीन ने बड़े पैमाने पर वायरस को नियंत्रण में ला दिया है. इसे वायरस की दूसरी लहर माना जा रहा है. शहर ने लगभग सभी प्रतिबंध हटा दिए थे. वुहान में 3,869 लोगों की मौत हुई है. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर में अब तक कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर दो लाख 90 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

वहीं संक्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या 4,247,709 हो गई है. इस वैश्विक महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक मौतों का आंकड़ा 2,90,838 तक पहुंच गया है. ये आंकड़े आधिकारिक और मीडिया में बताई संख्या पर आधारित हैं. इसलिए आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों और संक्रमितों का आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकता है. कई देशों में पर्याप्त टेस्ट नहीं हो रहे हैं और कई जगहों पर कोरोना से हुई मौतें सही तरह से दर्ज नहीं हो रही हैं.

Exit mobile version