coronavirus news china: चीन ने अपनी मृतक संख्या में शुक्रवार को अचानक संशोधन किया और वुहान में मृतक संख्या में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी करते हुए इस वायरस से यहां मरने वालों की कुल संख्या 3,869 बतायी. चीन ने स्वीकार किया कि कई मामलों में मौत का कारण जानने में गलती हुई या कई मामलों का पता ही नहीं चल पाया. शहर की सरकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बताया कि वुहान में मृतक संख्या में 1,290 और लोगों की मौत के मामले जोड़े गये हैं. आपको बता दें कि वुहान शहर से ही कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था. चीन में तबाही मचाने के बाद अब यह संक्रमण दुनियाभर में फैल चुका है.
चीन ने मास्क और वेंटिलेटर्स की कमी को लेकर चिंताओं के बीच कहा कि वह कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए आवश्यक चिकित्सा सामग्री का निर्यात नहीं रोकेगा. सर्जिकल मास्क और अन्य उत्पादों के सबसे बड़े निर्माता चीन ने गत सप्ताह घोषणा की थी कि उसने पश्चिमी देशों की उन शिकायतों के बाद निर्यात का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है कि कुछ चीनी वायरस जांच किट, मास्क और अन्य उत्पाद गुणवत्तापूर्ण नहीं हैं. इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिकी कंपनियों के समक्ष चीनी संयंत्रों से माल के निर्यात में आ रही दिक्कतों को लेकर नाराजगी जतायी थी.
अमेरिका के दो सांसदों ने कांग्रेस में ऐसा विधेयक पेश करने की घोषणा की जिससे अमेरिकी नागरिक कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण हुई मौत और आर्थिक नुकसान के लिए हर्जाना हासिल करने के लिए संघीय अदालत में चीन पर मुकदमा कर सकेंगे. इस विधेयक को सीनेट में टॉम कॉटन और प्रतिनिधि सभा में डैन क्रेनशॉ ने पेश किया. अगर यह पारित होता है और कानून में तब्दील होता है तो इस महामारी से निपटने में चीन द्वारा हुए नुकसान के लिए विदेशी संप्रभु प्रतिरक्षा अधिनियम में संशोधन करेगा. इस विधेयक से अमेरिका को चीन पर मुआवजे के लिए मुकदमा करने का अधिकार मिल जाएगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंत्रिमंडल कोरोना वायरस से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच कराना चाहता है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि चीन के वुहान में चमगादड़ों पर हो रहे अनुसंधान से विषाणु की उत्पत्ति हुई. बीजिंग ने कहा था कि वुहान में जानवरों के बाजार में मनुष्य इस विषाणु से संक्रमित हुआ होगा. लेकिन वाशिंगटन पोस्ट और फॉक्स न्यूज ने गुमनाम स्रोतों के हवाले से बताया कि कोरोना वायरस एक संवेदनशील जैव अनुसंधान केंद्र से दुर्घटनावश बाहर आया होगा.