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Coronavirus: शराब पीने से नहीं होगा कोरोना संक्रमण, अफवाह ने ली 600 लोगों की जान, 3000 बीमार

चीन से फैले कोरोना वायरस ने विश्व के कई देशों में कोहराम मचाया हुआ है. कोरोनावायरस की अब तक कोई दवा ईजाद नहीं हुई है. ऐसे में कई देशों में दवा को लेकर अफवाहें भी खूब हैं. अफवाह के कारण एक देश 600 लोगों की मौत हो गयी और तीन हजार लोग अस्पताल में भर्ती है.

By Utpal Kant | April 8, 2020 2:54 PM

चीन से फैले कोरोना वायरस ने विश्व के कई देशों में कोहराम मचाया हुआ है. कोरोनावायरस की अब तक कोई दवा ईजाद नहीं हुई है. ऐसे में कई देशों में दवा को लेकर अफवाहें भी खूब हैं. अफवाह के कारण एक देश 600 लोगों की मौत हो गयी और तीन हजार लोग अस्पताल में भर्ती है. ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा अब तक करीब 3800 है. लेकिन जहरीली शराब पीने से यहां 600 लोगों की मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि यह जहरीली शराब इसलिए पी गई क्योंकि वहां यह अफवाह फैली थी कि शराब पीने से कोरोना वायरस के संक्रमण से छुटकारा पाया जा सकता है.

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ईरान के मध्य पूर्वी क्षेत्र में कोरोना वायरस का प्रकोप सबसे ज्यादा है. अचानक अफवाह फैलने के बाद कुछ लोगों ने इलाज के उपाय की कोशिश में अल्कोहल पी लिया था. इससे 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 3000 अस्पताल में भर्ती हो गए. ईरान के नागरिकों के बीच गलत धारणा बन चुकी है की शराब कोरोना वायरस को ठीक कर सकती है.डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को ईरान के एक प्रवक्ता घोलम हुसैन इस्माइली ने बताया कि लोगों ने कोरोना वायरस की दवा समझकर नीट अल्कोहल पी लिया था. इसके बाद बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए.इस्माइली ने कहा कि जहरीले अल्कोहल पीने से होने वाली मौतों का आंकड़ा काफी बड़ा है और ये उनकी आशंकाओं से कहीं ज्यादा है.

उन्होंने कहा कि अल्कोहल पीने से बीमार ठीक नहीं होंगे, बल्कि ये जानलेवा हो सकता है.ईरान में कोरोना वायरस से 62 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन ईरान की ओर से कोरोना वायरस को लेकर जारी आंकड़ों पर सवाल उठ रहे हैं. सरकार पर आरोप है कि वे मृतकों की संख्या कम करके दिखा रही है.ईरान के संसद के कम से कम 31 सदस्यों को भी कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाया गया है.

वहीं, कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद संसद को बंद कर दिया गया था, लेकिन मंगलवार को संसद की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई.संसद में हुई बहस में देश को पूरी तरह से लॉकडाउन करने के लिए मना किया गया. कहा गया कि यह योजना नौकरियों और बढ़ती उत्पादकता के खिलाफ है, जो अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा. कोरोनावायरस को रोकने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को बंद करने और कई यात्राओं पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है.

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