COVID-19: अमेरिका में कोरोना से 600 मौतों के बाद खौफ में राष्ट्रपति ट्रंप, बोले- देश हो सकता है बर्बाद

महामारी घोषित कोरोना वायरस के सामने दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका भी झुकता दिखाई दे रहा है. यहां कोरोना संक्रमण से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं

By Utpal Kant | March 25, 2020 7:35 AM

महामारी घोषित कोरोना वायरस के सामने दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका भी झुकता दिखाई दे रहा है. यहां कोरोना संक्रमण से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना के कारण 600 लोगों की जाने जा चुकी है, जबकि 50, 000 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है. कोरोना के इस कहर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी खौफ में आ गए हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि कोरोना के कारण की गई बंदी के कदम से देश बर्बाद हो सकता है. फॉक्स न्यूज पर ट्रंप ने कहा, बहुत से लोग मुझसे सहमत होंगे. हमारा देश… बंदी के लिए नहीं बना है. आप बंद कर देश को बर्बाद कर सकते हैं. ट्रंप ने कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू बंदी में ढील देने के फैसले का मंगलवार को बचाव किया. राष्ट्रपति ने कहा कि संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और आइशोलेसन के उपाय को खत्म किया जाए या नहीं इसकी समीक्षा के लिए वह अगले हफ्ते स्थिति का आकलन करेंगे.

उन्होंने आशंका जतायी कि बंदी के कारण कई बड़ें उद्योगों पर पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. बता दें कि अमेरिका की राजधानी न्यूयॉर्क में कोरोना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है. देश के करीब पांच राज्य बुरी तरह कोरोना को चपेट में हैं. लोगों को सड़क पर निकलने की अनुमति नहीं है. अमेरिका ऐसा चौथा देश है जहां कोरोना ने इतना कहर बरपाया है. कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि अमेरिका कोरोना का नया केंद्र हो सकता है. इधर, दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़कर 416,066 हो गए हैं, वहीं मृतकों की संख्या भी 18000 से अधिक हो गयी है. ईरान ने मंगलवार को एलान किया कि देश में कोरोना वायरस से 122 और लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद, देश में इस महामारी से जान गंवाने लोगों की संख्या बढकर 1,934 हो गई है.

WHO बोला- भारत पर निर्भर है कोरोना का भविष्य

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के निदेशक डॉ. माइकल जे रायन ने कहा है कि कोरोना वायरस(COVID19) का भविष्य में कैसा असर रहेगा यह भारत जैसी बड़ी जनसंख्या वाले देशों की कार्रवाई पर तय होगा. उन्होंने कहा, ‘चीन की तरह भारत बहुत बड़ी जनसंख्या वाला देश है. कोरोना वायरस के दूरगामी परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि बड़ी जनसंख्या वाले देश इसे लेकर क्या कदम उठाते हैं. यह बहुत जरूरी है कि भारत जनस्वास्थ्य के स्तर पर कड़े और गंभीर निर्णय अपनी लोगों के लिए लेना जारी रखे.

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