Coronavirus: संयुक्त राष्ट्र ने किया वैश्विक युद्ध विराम का आह्वान, पहली बार कोविड-19 प्रस्ताव पारित
Coronavirus, covid-19 world update: करीब तीन महीने तक मतभेदों और बातचीत के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को सर्वसम्मति से कोविड-19 से संबंधित पहला प्रस्ताव पारित किया. इसमें दुनिया में वैर-भाव को तत्काल समाप्त करने की मांग की गयी है. यह प्रस्ताव कई महीने की बातचीत के बाद आया है क्योंकि वीटो के अधिकार वाले दो स्थायी सदस्यों -चीन और अमेरिका के बीच मतभेदों से प्रस्ताव पारित करने में बाधा आ रही थी.
Coronavirus, covid-19 world update: करीब तीन महीने तक मतभेदों और बातचीत के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को सर्वसम्मति से कोविड-19 से संबंधित पहला प्रस्ताव पारित किया. इसमें दुनिया में वैर-भाव को तत्काल समाप्त करने की मांग की गयी है. फ्रांस और ट्यूनीशिया द्वारा तैयार किये गये इस प्रस्ताव में उसके एजेंडे पर हर स्थिति में सामान्य रूप से और तत्काल वैर भाव बंद करने की मांग की गयी.
इस संबंध में महासचिव एवं उनके विशेष प्रतिनिधियों एवं विशेष दूतों द्वारा किये गये प्रयासों का समर्थन किया गया है. उसमें सशस्त्र संघर्षों से जुड़े सभी पक्षों से कम से कम 90 दिनों के लिए तत्काल मानवीय विराम लगाने का आह्वान किया गया है ताकि मानवता, तटस्थता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता तथा चिकित्सा सहायता के मानवीय सिद्धांतों के अनुसार सुरक्षित और बेरोकटोक मानवीय सहायता पहुंचायी जा सके. कोविड-19 से निपटने में और इस वैश्विक स्वास्थ्य एवं मानवीय संकट पर एक भी प्रस्ताव पारित नहीं कर पाने को लेकर परिषद की कड़ी आलोचना की जा रही थी.
यह प्रस्ताव कई महीने की बातचीत के बाद आया है क्योंकि वीटो के अधिकार वाले दो स्थायी सदस्यों -चीन और अमेरिका के बीच मतभेदों से प्रस्ताव पारित करने में बाधा आ रही थी. प्रस्ताव के सिलसिले में अमेरिका और चीन के बीच तनातनी का विषय विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की चर्चा को लेकर था. अमेरिका ने इस महामारी से निपटने के डब्लूएचओ के तौर-तरीके को लेकर उसकी कड़ी आलोचना की है.
इंद्रमणि पांडे संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त
वरिष्ठ राजनयिक इंद्रमणि पांडे को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए भारत का अगले स्थायी प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया है.पांडे 1990 बैच के भारतीय विदेश सेवा के एक अधिकारी है और इस समय वह विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उनके जल्द ही अपना पद्भार संभालने की उम्मीद है. अपने लगभग तीन दशक के कैरियर में पांडे दमिश्क, काहिरा, इस्लामाबाद, काबुल, मस्कट और जिनेवा में भारतीय मिशनों में कार्यरत रहे
Posted By: Utpal kant