Covid-19: लॉकडाउन में नरमी के बाद तेजी से बढ़ा कोरोना, पूरी दुनिया के आंकड़े दे रहे गवाही

coronavirus update, covid-19 cases in worldwide: जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल.....कोरोना वायरस से लड़ते हुए दुनिया को चार महीने का वक्त बीत चुका है. कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में रियायत मिलने का नतीजा यह हुआ कि भारत समेत कई देशों में को एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए जो चिंता का विषय है.

By Utpal Kant | May 4, 2020 12:51 PM

कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में रियायत मिलने का नतीजा यह हुआ कि भारत समेत कई देशों में को एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए जो चिंता का विषय है. चीन के बाद दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश भारत में संक्रमण के 2,600 से ज्यादा नये मामले सामने आए. रूस में पहली बार नए मामले 10 हजार के पार पहुंच गए. ‘भाषा’ के मुताबिक, ब्रिटेन में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वालों की संख्या इटली में मरने वालों के करीब पहुंच रही है जो यूरोप में इस बीमारी का केंद्र बना हुआ है.

Also Read: लॉकडाउन 3.0 की शर्तों के साथ खुलीं शराब की दुकानें, बड़ा सवाल- ‘क्या सोशल डिस्टेंसिंग रहेगा?’

ब्रिटेन की आबादी इटली से कम है लेकिन ब्रिटेन के पास इस महामारी का मुकाबला करने के लिये ज्यादा वक्त था. अमेरिका में रोजाना दसियों हजार नए मामले सामने आ रहे हैं और रविवार को यहां संक्रमण की वजह से 1,400 से ज्यादा लोगों की जान गय. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि बंद में राहत के दौरान अगर जांच की संख्या को नहीं बढ़ाया गया तो संक्रमण का दूसरा दौर आ सकता है.

वैश्विक अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका

दुनिया भर में कई हफ्तों की बंदी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था 1930 के दशक की मंदी के स्तर पर पहुंच गई है, जिसकी वजह से कारोबार को फिर से खोलने के लिये दबाव बढ़ रहा है. चीन में पांच दिन के अवकाश के दौरान घरेलू यात्रा पाबंदियों में छूट के बाद फिर से खुले पर्यटक स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.चीनी मीडिया के मुताबिक अवकाश के शुरुआती दो दिनों में ही करीब 17 लाख लोग बीजिंग के पार्कों में पहुंचे जबकि शंघाई के मुख्य पर्यटन केंद्रों में 10 लाख से ज्यादा लोगों का आगमन हुआ.

Also Read: Breaking News: गिलगिट बाल्टिस्तान को खाली करे पाकिस्तान, भारत ने चुनाव कराने के आदेश पर जतायी कड़ी आपत्‍ति

इटली में पाबंदियों से छूट दिये जाने की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार शाम खत्म हुए 24 घंटों में 174 और लोगों की मौत की पुष्टि की. यह देश में 10 मार्च को शुरू हुए बंद के बाद दैनिक आधार पर सबसे कम संख्या है. पार्कों और बाग बगीचों को सोमवार से आम लोगों के लिये खोला जा रहा है. स्पेन में देश में 14 मार्च को लागू हुए बंद के बाद बहुत से लोग पहली बार घरों से बाहर घूमने निकले. हालांकि इस दौरान सामाजिक दूरी के नियम लागू रहे.

ब्रिटेन क्या करेगा?

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई है. देश में इस बीमारी से अब तक 1,323 लोगों की मौत हो चुकी है. ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर यह बताने का दबाव बढ़ रहा है कि वह देश में बंद को कैसे हटाएंगे. प्रतिबंध बृहस्पतिवार तक चलने वाले हैं लेकिन देश में रोजाना कोविड-19 के कारण अब भी सैकड़ों लोगों की जान जा रही है. यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि देश कैसे सुरक्षित तरीके से पाबंदियों में ढील देगा.

अमेरिका में प्रदर्शन

वहीं अमेरिका के न्यू जर्सी में राजकीय उद्यानों को खोला गया लेकिन जल्द ही पार्किंग स्थल के 50 प्रतिशत भर जाने के बाद लोगों को वापस भेजना शुरू कर दिया गया। व्हाइट हाउस की कोरोना वायरस समन्वयक डेबोरा बिर्क्स ने “फॉक्स न्यूज संडे” से बातचीत में बिना मास्क के सशस्त्र लोगों द्वारा घर पर रहने के आदेश को वापस लिये जाने और अर्थव्यवस्था को पूरी तरह सक्रिय करने की मांग वाले प्रदर्शनों को चिंताजनक करार दिया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों को बढ़ावा दिया है कि वे अपने राज्यों से “आजादी” देने को कहें. रिपबल्किन बहुमत वाली सीनेट सोमवार को वाशिंगटन में खुलेगी. हालांकि, डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाला हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स बंद रहेगा.

रूस में बदतर हो रहे हालात

वहीं रूस में संक्रमित लोगों की संख्या एक हफ्ते पहले संक्रमित लोगों की संख्या के लगभग दो गुना पर पहुंच गई है. रूस में सामने आए संक्रमण के कुल मामलों में से आधे मॉस्को से हैं, जिससे वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं. पोप फ्रांसिस ने इस बीमारी की दवा की खोज के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का रविवार को आह्वान किया।. अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के मुताबिक वायरस के कारण दुनिया भर में 34 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 2,44,000 लोगों की जान जा चुकी है. अकेले अमेरिका में ही इस संक्रमण ने 66,000 लोगों की जान ले ली है.

Next Article

Exit mobile version