COVID-19: डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान- अमेरिकियों की नौकरी बचाने के लिए बाहरियों के US में बसने की इजाजत नहीं
Coronavirus outbreak US , corona cases update, donald trump अमेरिका कोरोना वायरस के कहर से इस समय बुरी तरह टूट चुका है. यहां लगभग आठ लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 40 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर एक बड़ा ऐलान किया है. ट्रंप के इस ऐलान से निश्चित तौर पर उन लोगों के सपनों को झटका लगेगा जो अमेरिका में जाकर नौकरी करने या वहां बसने का ख्वाब देखते हैं.
कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर एक बड़ा ऐलान किया है. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी नागिरकों की नौकरियों की रक्षा के लिए वह आप्रवासन को सस्पेंड करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं. ट्रंप के इस कदम से अमेरिका में दूसरे देशों के लोगों के प्रवेश पर फिलहाल प्रतिबंध रहेगा. आपको बता दें कि अमेरिका में दूसरे देशों के काफी लोगों को रोजगार मिला हुआ है जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय भी शामिल हैं.
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ट्वीट कर दी जानकारी
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘अदृश्य शत्रु के हमले को देखते हुए, साथ ही साथ अपने महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की सुरक्षा के लिए, मैं अमेरिका में आप्रवासन को अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा. ट्रंप के इस कदम से निश्चित तौर पर उन लोगों के सपनों को झटका लगेगा जो अमेरिका में जाकर नौकरी करने या वहां बसने का ख्वाब देखते हैं. हालांकि ट्रंप ने अपने ट्वीट में यह भी कहा है कि यह एक अस्थायी व्यवस्था होगी.
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ट्रंप के ऐलान का क्या है मतलब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोशल मीडिया के ज़रिए जिस तरह के बड़े-बड़े ऐलान करते हैं उसे हमेशा सतर्क होकर देखा जाना चाहिए. अब तक उन्होंने ट्विटर पर जो बड़ी घोषणाएं की हैं, उनमें से कुछ को उन्होंने लागू किया और कुछ को नहीं.अमेरिकी समयानुसार सोमवार आधी रात को ट्रंप ने अमरीका में हर तरह के प्रवासन पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया. यानी, कोई भी विदेश अमेरिका में फौरी तौर पर नहीं बस सकेगा. हालांकि इस बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं आई है और विस्तृत जानकारी के बिना उनकी इस घोषणा की वैधता और गंभीरता के बारे में बहुत कुछ नहीं समझा जा सकता. ये बात भी किसी से छिपी नहीं है कि राष्ट्रपति ट्रंप और उनके कई प्रमुख सलाहकार लंबे समय से प्रवासियों के बसने को अमरीका के फायदे नहीं बल्कि नुकसान के तौर पर देखते आए हैं.
कोरोना वायरस से बेहाल अमेरिका
बता दें कि अमेरिका कोरोना वायरस के कहर से इस समय बुरी तरह टूट चुका है. यहां लगभग आठ लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 40 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. आर्थिक मोर्चे पर भी अमेरिका को एक बेहद बुरा दौर देखना पड़ रहा है और लाखों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं. लोग खाने के लिए फूड बैंक्स के आगे लंबी-लंबी लाइनों में खड़े देखे जा रहे हैं. माना जा रहा है कि अमेरिका को इन हालात से निकलने में लंबा वक्त लग सकता है.