कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. चीन के वुहान से फैला यह वायरस लोगों को आईसीयू में धकेल रहा है. अभी तक इससे 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 20 लाख से ज्यादा लोग इससे अब तक प्रभावित है. ऐसे में शिकागो से एक अच्छी खबर आ रही है.
दरअसल, शिकागो मेडिकल सेंटर, गिलीड साइंसेज ने एक दवा का निर्माण किया है, जिसका नाम है “रेमेड्सवियर”. यह एक एंटीवायरल न्यूक्लियोटाइड एनालॉग ड्रग है. ऐसा बताया जा रहा है कि इससे COVID-19 के मरीजों का इलाज संभव हो पाएगा. फिलहाल, इसे शिकागो के एक अस्पताल में COVID-19 के मरीजों पर परीक्षण किया गया.
शिकागो मेडिकल सेंटर (यूसीकोगो मेडिसिन) विश्वविद्यालय द्वारा शोध किए गए इस दवा को जब COVID-19 के रोगियों को दिया गया तो उनमें काफी तेजी से सुधार नजर आया. उनके बुखार और श्वसन संबंधी लक्षण में कमी देखी गयी है. ऐसा बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को एक सप्ताह से पहले ही रिकवर कर लिया गया और छुट्टी दे दी गई.
इसे तीन चरणों में मरीजों पर परीक्षण किया गया, जिसमें कुल 125 मरीज शामिल थे. जिसमें गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम वाले मरीज 113 थे.
इस दवा का शोध कर रहे डॉक्टर कैथलीन मुलेन ने कहा कि सबसे अच्छी खबर यह है कि हमने अधिकांश रोगियों को पहले ही छुट्टी दे दी. वे पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होकर घर लौट गए है. यह दवा मरीजों को जल्द स्वस्थ्य कर रहा है. फिलहाल, उनके पास दो ही मरीज बचे हैं.
खबरों की मानें तो परीक्षण में शामिल रोगियों में से एक जो सबसे पहला रोगी था जिसपर इस दवा का प्रयोग किया गया वह शिकागो के एक कारखाना में कर्मचारी था. यह व्यक्ति अपनी बेटी से संक्रमित हुआ था. 4 अप्रैल को पहली बार रेमेडिसविर दवा का उनपर सफल प्रयोग किया गया था.
इस दवा की खासियत यह है कि COVID-19 के मरीजों को सांस से संबंधी समस्याएं बढ़ जाती है, ऐसे में उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है या ऑक्सीजन चढ़ाना पड़ता है. ऐसे में रेमेडिसविर दवा इन रोगियों में ऑक्सीजन की मात्रा को कम करने में सक्षम पाया गया.