Coronavirus : इटली का ” वो ” शहर जो पूरी दुनिया के लिए बन सकता है मिसाल

इटली में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस की वजह से अबतक 9134 मारे गये हैं. इस महामारी से अबतक 86498 लोग संक्रमित है. इन परेशानियों के बीच इटली के एक छोटे से कस्बे ने मिशाल कायम की है. इस जगह का नाम है वो इस छोटे से कस्बे ने कोरोना वायरस को अपने इलाके में रोक दिया.

By PankajKumar Pathak | March 28, 2020 7:21 PM
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इटली में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस की वजह से अबतक 9134 मारे गये हैं. इस महामारी से अबतक 86498 लोग संक्रमित है. इन परेशानियों के बीच इटली के एक छोटे से कस्बे ने मिशाल कायम की है. इस जगह का नाम है वो इस छोटे से कस्बे ने कोरोना वायरस को अपने इलाके में रोक दिया.

इटली के बाहरी इलाके वो की आबादी लगभग 3 हजार है. कस्बा वेनिस से 70 किलोमीटर दूर है. इस छोटे से कस्बे की चर्चा तब होने लगी जब यहां के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गयी. जैसे ही इस शहर को पता चला कि यह फैलने वाली बीमारी है तुरंत इस शहर ने खुद को क्वारंटनाइन कर लिया.

खुद के बचाव के लिए इस कस्बे ने अपनी सीमाओं के चारो तरफ एक दिवार बनायी. दिवार से बाहर से अंदर औऱ अंदर से बाहर किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी. सिर्फ जरूरी सामान जिनमें राशन, दवा, दुध जैसी जरूरी चीजें बाहर से आती रही. इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों के सेहत की तुरंत जांच की गयी. इटली के सिर्फ छोटे से कस्बे ने ही नहीं इस फार्मूले को दक्षिण कोरिया में सफलतापूर्वक अपनाया गया था.

इस कस्बे ने जितनी तेजी से कोरोना वायरस को रोकने के लिए काम किया इतना इटली के प्रमुख शहरों में नहीं हुआ नतीजा इटली में हजारों लोगों की जान चली गयी. वो कस्बे ने एक दिन में 800 नमूनों की जांच की. इसमें चार फीसद लोगों में पॉजिटिव केस निकले तो उन्हें घर में ही कैद कर दिया गया. जो लोग गंभीर रूप से बीमार थे, उन्‍हें तत्‍काल हॉस्पिटल ले जाया गया.

घर में कैद लोगों से लगातार फोन पर संपर्क किया जता था उन पर नजर रखी जाती थी ताकि वह बाहर ना निकलें. उनकी सेहत में कितना सुधार हो रहा है इस पर भी कड़ी नजर रखी गयी. रणनीति काम आयी दोबारा जांच में सिर्फ एक फीसद लोग संक्रमित पाये गये. 23 मार्च के बाद से यहां एक भी कोरोना पॉजिटिव का केस नहीं मिला है. इस तरह इस शहर के लोगों ने खुद को सुरक्षित कर लिया.

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