COVID-19: कोरोना से पूरी दुनिया बेहाल, आम से लेकर खास तक लाचार, अरबों की आबादी घरों में कैद
कोरोनावायरस (COVID-19) के कारण दुनियाभर में हाहाकार है. इसके प्रकोप से दुनिया के अरबों लोगों का जीवन एक नाटकीय अंदाज में बदल रहा है. कुछ देशों में कोरोना से मौतों का रिकार्ड टूट रहा है तो कुछ को अब तक खरबों का नुकसान हो चुका है.
कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में हाहाकार है. इसके प्रकोप से दुनिया के अरबों लोगों का जीवन एक नाटकीय अंदाज में बदल रहा है. कुछ देशों में कोरोना से मौतों का रिकार्ड टूट रहा है तो कुछ को अब तक खरबों का नुकसान हो चुका है. कहने का मतलब सिर्फ ये है कि इस घातक वायरस के कारण पूरी दुनिया बेहाल है. ताजा आंकड़ों को मुताबिक, कोरोना वायरस की चपेट में दुनियाभर के साढ़े तीन लाख से ज्यादा नागरिक आ चुके हैं. इनमें से 16491 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 1 लाख 337 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 11204 की हालत बेहद गंभीर है. भारत सहित विश्व के कई देशों ने बड़े हिस्सों में लॉकडाउन कर दिया है, इस वजह से करीब 100 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं. अकेले यूरोप में कोरोना मरीजों की संख्या डेढ़ लाख पार कर गई है.भारत सहित कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति है. इस वायरस के खिलाफ जंग के लिए कोई भी दवा अभी तक नहीं बनी है. सतर्कता ही इसका एकमात्र उपाय है. दुनिया के कई छोटे-बड़े देश एहतियातन बड़े फैसले ले रहे हैं.
भयावह स्वास्थ्य संकट का केंद्र बना न्यूयॉर्क
अमेरिका में एक दिन में 130 से अधिक लोगों की मौत होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आवश्यक मेडिकल आपूर्ति और निजी सुरक्षा उपकरणों की जमाखोरी रोकने के लिए एक सरकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. यह पहली बार है जब देश में एक दिन में इतनी अधिक संख्या में लोगों की मौत हुई है. सोमवार तक अमेरिका में 43,700 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इनमें से 10,000 मामले केवल एक दिन(सोमवार) में सामने आए. हाल के इतिहास में अमेरिका में पैदा हुए सबसे भयावह स्वास्थ्य संकट का केंद्र न्यूयॉर्क है, जहां इस संक्रमण के कारण अब तक 157 लोगों की मौत हो चुकी है और अधिकारियों ने आगाह किया है कि आने वाले दिनों में ये मामले और तेजी से बढ़ सकते हैं.
ब्रिटेन तीन हफ्ते के लिए बंद लंदन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लोगों की आवाजाही पर कम से कम तीन हफ्ते के लिए सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं. वायरस के चलते देश में मृतकों की संख्या 335 पर पहुंच गई है. जॉनसन ने चेताया कि जो भी इन सख्त नियमों का उल्लंघन करेगा उसे पुलिस की कार्रवाई का सामना करना होगा। इसी तरह की सख्ती दुनिया के अन्य देशों में भी देखने को मिल रही है.
फ्रांस में भी लॉकाडाउन
फ्रांस भी इस वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन (बंद) के नियमों को सख्त करने वाला है जिसके तहत वह व्यायाम को सीमित करेगा तथा खुले में लगने वाले बाजारों को बंद करेगा। प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा कि वह एक किलोमीटर से ज्यादा की जॉगिंग और खुले में लगने वाले बाजारों को बंद करने के लिए मंगलवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे. हालांकि स्थानीय अधिकारी कुछ मामलों में राहत देने की मांग कर सकते हैं.
दक्षिण अफ्रीका में 21 दिन के लिए राष्ट्रव्यापी बंद
अफ्रीका की सबसे औद्योगिकृत अर्थव्यवस्था और 5.7 करोड़ की आबादी वाले देश दक्षिण अफ्रीका में बृहस्पतिवार से 21 दिन के लिए राष्ट्रव्यापी बंद प्रभावी होगा। देश में कोविड-19 के मामले 402 पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने सोमवार को इसकी घोषणा की. रवांडा और ट्यूनीशिया के बाद दक्षिण अफ्रीका तीसरा अफ्रीकी देश है जिसने जरूरी आर्थिक गतिविधियों के अलावा सब काम रोक दिए हैं.
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 76 नये मामले
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 76 नये मामले सामने आने के साथ ही नौ लोगों की मौत हो गई है. देश में इस घातक वायरस से अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमित लोगों की संख्या 9,037 पर पहुंच गई है. यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अन्य देशों में प्रकोप के भयावह रूप लेने के बीच अधिकारियों ने संक्रमित लोगों के देश में प्रवेश को रोकने के लिए सीमा नियंत्रण गतिविधि तेज कर दी है. देश के करीब 7,700 मामले दक्षिणपूर्वी शहर दाएगू और पड़ोस के इलाकों से सामने आए हैं जहां हजारों संक्रमित लोग रहस्यमयी चर्च संप्रदाय से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में मृतक संख्या आठ पर पहुंची
कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित महिला की मौत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या आठ पर पहुंच गई. महिला एक क्रूज जहाज पर संक्रमण की चपेट में आई थी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि लगभग 70 वर्षीय इस महिला की मौत मंगलवार को सिडनी के एक अस्पताल में हुई. रूबी प्रिंसेस पर सवार लोगों में से जिन तीन लोगों में शुरुआत में संक्रमण की पुष्टि हुई थी उनमें यह महिला भी थी.