चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस (COVID-19) की चपेट में पूर विश्व आ गया. चीन में यह घातक वायरस अब कंट्रोल होने को है मगर दुनिया के बाकी देशों में ये कहर बरपा रखा है. चीन से ज्यादा मौतें यूरोपीय देशों में हुई है. कोरोनावायरस से अमेरिका बेहाल है. वहां करीब 2500 लोगों की मौत हो गयी है जबकि एक लाख 40 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में हैं. इस वायरस को कैसे कंट्रोल किया जाए इसकी तलाश में दुनिया के तमाम बड़े देश जुटे हुए हैं. कई देशों में वैक्सिन का परीक्षण जारी है. बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा का दावा करने वाले देश भी कोरोना के सामने हथियार डाल चुके हैं लेकिन ये सवाल इस समय हर किसी के मन में चल रहा है कि चीन ने इसे कंट्रोल कैसे किया? क्या चीनी वैज्ञानिक पहले से ही कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए एक हथियार विकसित कर चुके हैं?
Chinese scientists have developed a new weapon to combat the #coronavirus. They say they have found a nanomaterial that can absorb and deactivate the virus with 96.5-99.9% efficiency. pic.twitter.com/ESFUOoTuIX
— Global Times (@globaltimesnews) March 29, 2020
यह सवाल उठा है चीन के एक अखबार के कारण. दरअसल ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे नैनोमटेरियल को विकसित कर लिया है जो कोविड-19 को निष्क्रिय करने में सक्षम है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोविड-19 बीमारी से निपटने के लिए नया तरीका विकसित करने का दावा किया है. ये कोई दवा या यौगिक नहीं है बल्कि कुछ नैनो मटेरियल है. चीनी अखबार में कहा गया कि उनके देश के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस से मुकाबला करने के लिए एक ऐसा नैनोमटेरियल बनाया है जो वायरस को 96.5-99.9% तक अवशोषित और निष्क्रिय कर सकता है.
बता दें कि मेडिकल क्षेत्र के संबंध में ऐसे नैनो मटेरियल जिनमें एंजाइम की तरह विशिष्ट गुण पाए जाते हैं, उन्हें नैनोजाइम कहते हैं. नैनोमटेरियल का प्रयोग अलग-अलग प्रकार की निर्माण प्रक्रियाओं, उत्पादों और हेल्थकेयर जैसे कि पेंट, फिल्टर, इन्सुलेशन और ल्यूब्रिकेंट एडिटिव्स में होता है. चीन के इस दावे पर अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. चीन द्वारा अगर नैनोमटेरियल बनाने का ये दावा सही साबित होता है तो इसका मतलब ये होगा कि कोरोनावायरस को पूरी तरह समाप्त किया जा सकेगा. शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति से बात की थी. इसमें बताया गया था कि दोनों राष्ट्र कोरोना के खिलाफ जंग में साथ उतरेंगे.