पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण का खतरा है ऐसे में लोटों की टेस्टिंग के साथ – साथ आम लोगों से भी यह उम्मीद की जाती है कि वो संक्रमण के मामले को छिपायेंगे नहीं.
एक ऐसा ही मामला सामने आया है इंडोनेशिया में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात छुपाने के मामले में इंडोनेशिया के प्रभावशाली धर्मगुरू मुहम्मद रिजिक शिहाब को चार साल कैद की सजा सुनायी गयी है.
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उन्होंने अपने संक्रमण के संबंध में गलत जानकारी दी जिससे सरकार कॉटेक्ट ट्रेसिंग में परेशानी का सामना करना पड़ा. इस आरोप में उन्हें 13 दिसम्बर से ही हिरासत में रखा गया है. सजा सुनाते वक्त भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था ताकि उनके समर्थक उग्र ना हों .
उनके समर्थकों ने इस इलाके में विरोध प्रदर्शन में रैली निकाली जिससे पुलिस को अदालत तक पहुंचने का रास्ता बदलना पड़ा. भीड़ जब उग्र होने लगी तो तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें भी की गयी .
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शिहाब पर कई आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. इसी अदालत ने अपनी बेटी की शादी और धार्मिक संगोष्ठियों में लोग एकत्रित कर कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में 27 मई को उन्हें आठ महीने की सजा सुनाई थी